कोलेस्ट्रॉल बढ़ने को संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। कोलेस्ट्रॉल मोमयुक्त पदार्थ होता है जो रक्त वाहिकाओं में जमा होकर खून के प्रवाह को बाधित कर सकता है। जिन लोगों के रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा हुआ रहता है उनमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर और जानलेवा समस्याओं का खतरा अधिक हो सकता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल, विशेष रूप से बैड कोलेस्ट्रॉल को हृदय रोगों के लिए महत्वपूर्ण जोखिम कारक माना जाता है। जिन लोगों को कोलेस्ट्रॉल की समस्या रहती है उन्हें इसे कंट्रोल में रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। क्या बिना दवाओं के प्राकृतिक तरीके से भी कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है? आइए इस बारे में जानते हैं।
कोलेस्ट्रॉल को रखें नियंत्रित
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित बनाए रखने के लिए आहार और लाइफस्टाइल दोनों को ठीक रखना जरूरी है। जीवनशैली के कारक जैसे संतृप्त-ट्रांस वसा से भरपूर आहार, व्यायाम की कमी, मोटापा और धूम्रपान जैसी आदतें हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण बन सकती हैं। कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के लिए इनसे दूरी बनाकर रखना जरूरी है।
इसके अलावा कुछ प्राकृतिक तरीकों की मदद से भी कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकने में मदद मिल सकती है। आइए इस बारे में जानते हैं।
आहार को ठीक रखना जरूरी
फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर आहार से शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा रेड मीट, फुल फैट वाले डेयरी उत्पाद और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से दूरी बनाकर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखा जा सकता है। असंतृप्त वसा जैसे एवोकाडो, नट्स, सीड्स और वसायुक्त मछलियां न केवल कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखती हैं साथ ही इससे हृदय को स्वस्थ रखने में भी मदद मिल सकती है।
आहार में फाइबर वाली चीजों की मात्रा संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानी जाती है इससे कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है। घुलनशील फाइबर रक्तप्रवाह में इसके अवशोषण को कम करके बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। अपने आहार में घुलनशील फाइबर वाले खाद्य पदार्थ जैसे जई, जौ, बीन्स, फल (जैसे सेब, संतरे और जामुन) और सब्जियां (स्प्राउट्स और गाजर) शामिल करें।
वजन को कंट्रोल रखना जरूरी
अधिक वजन या मोटापा होने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर और हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। संतुलित आहार के सेवन के साथ नियमित शारीरिक गतिविधि करके वजन को कंट्रोल में रखा जा सकता है। वजन में कुछ किलोग्राम की भी कमी करने से भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिए वजन को नियंत्रित रखना जरूरी है।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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