कमांडर एमएन पाशा ने बताया कि यह हथियार 300 स्टील की बॉल्स छोड़ता है जो जिससे इस एक हथियार से एक ही बार में कई ड्रोन्स को निशाना बनाया जा सकता है।
आज के समय की पारंपरिक लड़ाईयों में ड्रोन्स काफी अहम हो गए हैं और रूस-यूक्रेन युद्ध ये यह बात साबित भी हो गई है। यही वजह है कि विभिन्न देशों की सेनाएं ऐसे हथियार विकसित कर रही हैं, जो उन्हें ड्रोन्स के हमले से बचाएं। भारतीय नौसेना ने भी इस दिशा में बड़ी कामयाबी हासिल की है। दरअसल नौसेना ने एक ऐसा हथियार विकसित किया है जो उसके युद्धक जहाजों को ड्रोन के हमले से बचाएगा।
नौसेना ने विकसित किया एंटी स्वार्म ड्रोन हथियार
भारतीय नौसेना ने 30 एमएम का एक ऐसा हथियार विकसित किया है जो स्वार्म ड्रोन्स के हमले से बचाएगा। इस हथियार की खासियत ये है कि यह हवा में युद्धक जहाज के आसपास एक रक्षा कवच बना सकता है, जिससे स्वार्म ड्रोन्स को खत्म किया जा सकता है। कमांडर एमएन पाशा ने बताया कि यह हथियार 300 स्टील की बॉल्स छोड़ता है जो जिससे इस एक हथियार से एक ही बार में कई ड्रोन्स को निशाना बनाया जा सकता है। इस हथियार को एके-630 वेपन सिस्टम से फायर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि यह हथियार स्वार्म ड्रोन्स के खिलाफ हमले में काफी प्रभावी पाया गया है और इसके लैब ट्रायल्स भी पूरे हो गए हैं।
भारतीय नौसेना ने 30 एमएम का एक ऐसा हथियार विकसित किया है जो स्वार्म ड्रोन्स के हमले से बचाएगा। इस हथियार की खासियत ये है कि यह हवा में युद्धक जहाज के आसपास एक रक्षा कवच बना सकता है, जिससे स्वार्म ड्रोन्स को खत्म किया जा सकता है। कमांडर एमएन पाशा ने बताया कि यह हथियार 300 स्टील की बॉल्स छोड़ता है जो जिससे इस एक हथियार से एक ही बार में कई ड्रोन्स को निशाना बनाया जा सकता है। इस हथियार को एके-630 वेपन सिस्टम से फायर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि यह हथियार स्वार्म ड्रोन्स के खिलाफ हमले में काफी प्रभावी पाया गया है और इसके लैब ट्रायल्स भी पूरे हो गए हैं।
दिल्ली में हो रहा नेवी के स्वावलंबन 2023 का आयोजन
बता दें कि जब छोटे-बड़े कई ड्रोन्स बड़ी संख्या में एक साथ हमला करते हैं तो उन्हें स्वार्म ड्रोन्स कहा जाता है। बता दें कि दिल्ली में भारत मंडपम में भारतीय नौसेना के स्वावलंबन 2023 कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में नौसेना ने ड्रोनाम काउंटर ड्रोन सिस्टम भी प्रदर्शित किया। इस सिस्टम की खासियत ये है कि यह ड्रोन्स के कम्युनिकेशन सिस्टम को जाम कर सकता है। यह ड्रोनाम काउंटर ड्रोन सिस्टम पूरी तरह से भारत में विकसित किया गया है और साल 2021 में यह हथियार IDEX कंपटीशन भी जीत चुका है।