पाकिस्तान के लोगों ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्था और सुरक्षा स्थिति खराब हो गई है। दुनिया ने हमें किनारे कर दिया है। आज जब हम अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, तो भारत शीर्ष 20 देशों की मेजबानी कर रहा है।
जी-20 शिखर सम्मेलन की शानदार मेजबानी और नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन (एनडीएलडी) को सर्वसम्मति के साथ स्वीकारे जाने के लिए भारत और पीएम मोदी के नेतृत्व की दुनियाभर में तारीफ हो रही है। सराहना करने वालों में पड़ोसी देश पाकिस्तान का नाम भी शामिल है। वहां के लोग भारत की विदेश नीति की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था को होगा लाभ
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि जब 20 बड़े देशों के प्रमुख किसी एक देश में एकसाथ जाते हैं, तो यह उस देश के लिए सम्मान की बात होती है। जी-20 शिखर सम्मेलन में दुनियाभर के नेताओं के शामिल होने से भारतीय अर्थव्यवस्था को कई लाभ मिलेंगे।
यहां नहीं आए
वहीं एक अन्य ने कहा कि वहां सऊदी अरब के शासक आए थे और लोगों को उम्मीद थी कि वह यहां भी आएंगे, लेकिन वह नहीं आए। आगे कहा कि जब इतना बड़ा सम्मेलन होता है तो लोग देखते हैं कि देश आगे बढ़ रहा है।
दुनिया ने हमें किनारे किया
पाकिस्तान के एक व्यक्ति ने अपने देश की विदेश नीति की आलोचना की। उसने कहा कि मुझे लगता है कि हम अपनी विदेश नीति में विफल रहे हैं और इसी वजह से जी-20 शिखर सम्मेलन हमारे पड़ोसी देश में हो रहा है और राष्ट्राध्यक्ष आ रहे हैं। व्यक्ति ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्था और सुरक्षा स्थिति खराब हो गई है। दुनिया ने हमें किनारे कर दिया है।
भारतीयों के लिए गर्व का पल
एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि आज जब हम अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, तो भारत शीर्ष 20 देशों की मेजबानी कर रहा है। भारत ने अच्छा कदम उठाया है। ये भारतीयों के लिए गर्व का पल था। पाकिस्तानी निवासी ने कहा कि पीएम मोदी की दुनिया के नेताओं के साथ जो तस्वीरें आई हैं, वो दुनिया को भारत की सकारात्मक तस्वीर दिखाने में कामयाब रही है।
पाकिस्तान को नहीं किया आमंत्रित
व्यक्ति ने कहा कि सऊदी अरब के ‘शहजादा’ यहां नहीं आए लेकिन वह भारत गए, जिससे पता चलता है कि भारत दुनिया के लिए कितना महत्वपूर्ण हो गया है। यह आश्चर्य की बात थी कि बांग्लादेश को आमंत्रित किया गया था, लेकिन पाकिस्तान को आमंत्रित नहीं किया गया था।