महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि शिवसेना (शिंदे गुट) के 16 विधायकों ने 6,000 पन्नों के लिखित जवाब में अपना कानूनी पक्ष रखा है। इसे देखने के बाद सभी विधायकों से आमने-सामने बात की जाएगी।
महाराष्ट्र में शिवसेना के टूटने से बागी विधायकों की अयोग्यता के मामले में जल्द सुनवाई की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। शिवसेना (शिंदे गुट) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित 16 विधायकों ने इस मामले में 6,000 पन्नों का लिखित जवाब दाखिल किया है।
इस पर महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने गुरुवार को कहा कि विधायकों के जवाब का अध्ययन करने के बाद नियमानुसार निर्णय लेंगे। नार्वेकर ने कहा कि शिवसेना (शिंदे गुट) के 16 विधायकों ने 6,000 पन्नों के लिखित जवाब में अपना कानूनी पक्ष रखा है। इसे देखने के बाद सभी विधायकों से आमने-सामने बात की जाएगी।
बता दें कि जून 2022 में शिवसेना से अलग होकर एकनाथ शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर राज्य में नई सरकार बनाई थी। इसके बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट की ओर से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित 16 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले में जल्द सुनवाई का निर्देश दिया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने 16 विधायकों को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा था। अब इन विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना जवाब सौपा है। वहीं, उद्धव ठाकरे गुट ने इस मामले की सुनवाई में देरी का आरोप लगाया है।