कोलकाता पुलिस ने बताया कि मृतक छात्र के साथ रैगिंग की जाती थी। उसका यौन उत्पीड़न होता था। जिस दिन उसकी मौत हुई, उस दिन छात्रावास के कमरा नंबर 70 में उसके कपड़े उतरवाए गए थे। उसे गलियारे में नग्न घुमाया गया था, जिसके बाद वह बालकनी से कूद गया और अपनी जान दे दी।
जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रावास में हुई छात्र की मौत के मामले में नया मोड़ सामने आया है। कोलकाता पुलिस ने खुलासा किया कि छात्र को छात्रावास की दूसरी मंजिल में नग्न घुमाया गया था। इसके अलावा, जांच में सामने आया कि वर्तमान छात्र के साथ-साथ पूर्व छात्र भी मृतक का यौन उत्पीड़न करते थे।कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पीड़ित यूजी प्रथम वर्ष का छात्र था। उसके साथ रैगिंग की जाती थी। उसका यौन उत्पीड़न होता था। जिस दिन उसकी मौत हुई, उस दिन छात्रावास के कमरा नंबर 70 में उसके कपड़े उतरवाए गए थे। उसे गलियारे में नग्न घुमाया गया था, जिसके बाद वह बालकनी से कूद गया और अपनी जान दे दी। हमारे पास इसके सबूत भी हैं। इस मामले में 12 लोग जिम्मेदार हैं, जिनमें वर्तमान छात्र के साथ-साथ पूर्व छात्र भी शामिल हैं।
पुलिस को गुमराह करने की योजना
अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक ने व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था, जो सिर्फ पुलिस को गुमराह करने के लिए था। आरोपियों ने सिर्फ रैगिंग की घटना छिपाने के लिए पुलिस को गुमराह करने की योजना बनाई थी। मंगलवार को स्थानीय अदालत ने मामले में ‘वेस्ट बंगाल प्रोहिबिशन ऑफ रैगिंग इन एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस एक्ट 2000’ की धारा चार जोड़ने के लिए सहमति दे दी है।