मणिपुर के थौबाल जिले में एक हजार से अधिक लोगों की भीड़ ने तीसरे आईआरबी कैंप में घुसकर हथियार और गोला-बारूद लूटने का प्रयास किया। इसके बाद बीएसएफ जवानों ने स्थिति को संभाला और हवाई फायरिंग की। बीएसएफ की सुझबूझ और तत्परता के चलते हथियारों और गोला-बारूद की लूट को रोका जा सका।
हिंसाग्रस्त मणिपुर में मंगलवार को भीड़ ने इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के कैंप से हथियार और गोला बारूद लूटने की कोशिश की। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और असम राइफल्स के जवानों ने भीड़ को कैंप में घुसने से रोकने की कोशिश की तो हिंसा भड़क गई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए जवानों को फायरिंग करनी पड़ी़, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई घायल हो गए। भीड़ की तरफ से की गई फायरिंग में चार जवान भी घायल हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, घटना सुबह करीब 10 बजे की है। मैतेई समुदाय के करीब हजार से अधिक लोगों की भीड़ थौबल जिले में तीसरे आईआरबी (3rd IRB) कैंप के पास जमा हुई थी। पहले भीड़ ने कैंप के गेट नंबर एक पर तैनात पुलिसकर्मियों से कुछ बातचीत की। उसके बाद अचानक हथियार व गोला बारूद लूटने के लिए कैंप में घुसने की कोशिश करने लगी। जवानों ने भीड़ को रोकने के लिए पहले आंसू गैस और फिर रबर की गोलियां चलाईं।भीड़ की तरफ से फायरिंग होने लगी तो जवानों को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इससे भीड़ में से एक नागरिक व्यक्ति की मौत हो गई और करीब 12 लोग घायल हो गए। इसमें असम राइफल्स के एक और बीएसएफ के तीन जवान घायल हुए हैं। भीड़ ने असम राइफल्स के एक वाहन में भी आग लगा दी। बाद में थौबल जिले में ही एक जवान के घर में भी आग लगा दी गई। इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है