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दुल्हन सजी बैठी रही…दूल्हा-पिता समेत 5 की मौत:लड़की की मां का दर्द- ये जेवर और लाल जोड़ा उतार दे बेटी, अब तेरी बारात नहीं आएगी

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शाहजहांपुर की रीमन…हाथों में मेहंदी लगाकर और लाल जोड़े में सजकर अपनी बारात का इंतजार करती रही। उसके साथ कमरे में उसकी दोस्त और भाभी बैठी थीं। वो लोग उसके होने वाले पति देवेश का नाम लेकर उसको बार-बार परेशान करते। रीमन भी शर्मा कर अपना सिर झुका लेती…रीमन की ये खुशी और हंसी मजाक कुछ ही देर का था। उसकी शादी से कुछ ही घंटे पहले हुए एक हादसे ने रीमन के सारे सपने तोड़ दिए।

देवेश की गाड़ी सीधे बरवन नहर में जा गिरी
हम बात कर रहे हैं हरदोई के पचदेवरा थाना क्षेत्र के दरियाबाद गांव में हुए हादसे की। हरदोई के हरपालपुर क्षेत्र के कुड़हा गांव के रहने वाले देवेश की शादी शुक्रवार को होनी थी। रात करीब 9 बजे उसकी बारात दरियाबाद गांव के पास पहुंची। तभी उसकी गाड़ी बोलेरो की टक्कर गन्ने से भरी ट्रैक्टर-ट्राली से हो गई।

ये देवेश का शव है। उसके पैर में शादी का महावर लगा हुआ है।
ये देवेश का शव है। उसके पैर में शादी का महावर लगा हुआ है।

टक्कर के बाद देवेश की गाड़ी सीधे बरवन नहर में जा गिरी। इस हादसे में रीमन के होने वाले पति देवेश की मौत हो गई। वहीं दूल्हे के जीजा और फुफेरे भाई की मौके पर ही मौत हो गई। देवेश के पिता और गाड़ी के ड्राइवर सुमित ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस हादसे ने दो परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया। वहीं कई परिवार उजाड़ दिए।

रीमन के पापा पास फोन आया, देवेश की मौत हो गई है

लड़की पक्ष की रिश्तेदार रीता देवी ने बताया, घर में सब लोग शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे। बारात को आने में थोड़ी देर हो रही थी। फोन पर बार-बार बारातियों की जानकारी ली जा रही थी। रात में 11 बजे तक बारात नहीं आई तो गांव के लोग खाना खाकर अपने-अपने घर जाने लगे।

घर में खास-खास रिश्तेदार ही रुके हुए थे। हम लोग बैठकर चाय पी रहे थे। कुछ लोग दरवाजे के पास खड़े हुए थे। तभी रीमन के पापा के पास फोन आया कि बारात हादसे का शिकार हो गई है। दूल्हे की गाड़ी बरवन नहर में गिर गई है। फोन पर बताया गया कि दूल्हे के जीजा और फुफेरे भाई की मौत हो गई है।

देवेश की मौत के बाद रीमन के घर में मातम पसरा हुआ है।
देवेश की मौत के बाद रीमन के घर में मातम पसरा हुआ है।

ये सुनकर हम लोगों का दिल बैठ गया। मन में बुरे ख्याल आने लगे। रीमन के पापा रमेश चंद्र तुरंत हरदोई जाने के लिए निकल गए। घर में रीमन के भाई रुके हुए थे। रीमन के पापा रमेश चंद्र को घर से निकले अभी 15 मिनट ही बीते होंगे तभी उनका रीमन के भाई छोटू के पास फोन आता है।

फोन पर रीमन के पापा बहुत तेज-तेज रो रहे होते हैं। वो कहते हैं, बिटिया की जिंदगी बर्बाद हो गई। सब खत्म हो गया। देवेश की मौत हो गई है। उसके पापा की भी मौत हो गई है। हम लोग अस्पताल जा रहे हैं। घर पर सारी तैयारियां रोक दो, अब कोई शादी नहीं होगी। रीमन को भी बता दो। ये कहकर वो फोन काट देते हैं।

रीमन की मां उसको गले लगाकर रोने लगती है

इधर घर पर सन्नाटा पसर जाता है। कोई समझ नहीं पाता है कि अब क्या करेंगे। खुद को संभालते हुए किसी तरह रीमन की मां उसके पास जा रही होती है। रीमन कमरे में अपने दोस्तों के साथ बैठकर बातें कर रही होती। मां को देखकर उसको ऐसा लगता है कि बारात आ गई है, मां उसको ले जाने के लिए आई है। लेकिन उसकी मां उसको गले लगाकर रोने लगती है। वो रोते हुए बोलती है तू ये जोड़ा उतार दे, तेरी बारात नहीं आएगी।

रीमन के गांव में सभी लोग इस हादसे के बारे में ही बात कर रहे हैं।
रीमन के गांव में सभी लोग इस हादसे के बारे में ही बात कर रहे हैं।

वो मर गया है, अब तेरी शादी नहीं होगी

मां के मुंह से ये शब्द सुनकर रीमन कुछ समझ नहीं पाती है। वो मां से पूछती है, तुम ऐसा क्यों बोल रही हो, क्या हो गया है। जिसके बाद उसकी मां बोलती है, देवेश की गाड़ी नहर में गिर गई है। उसकी मौत हो गई है, अब तेरी शादी नहीं होगी। मां की बात सुनकर रीमन वहीं बैठ जाती है। हम लोग उसको बहुत बुलाते हैं लेकिन वो एक शब्द नहीं बोलती। वो बिल्कुल पत्थर बन जाती है।

रीमन चिल्लाती है, मेरे जेवर न उतारो

उसको किसी तरह से उठाकर कमरे से बाहर लाया जाता है। सारे रिश्तेदार के लोग वहीं आंगन में बैठे होते हैं। हम लोग रीमन के जेवर उतारने लगते हैं। जिसके बाद वो अचानक से रोने लगती है। वो चिल्लाते हुए बोलती है, मेरे जेवर न उतारो। मुझे देवेश के पास ले चलो। ये कहकर वो बहुत तेज-तेज रोने लगती है। हम लोग मिलकर किसी तरह उसके कपड़े बदलवा पाते हैं। पूरी रात रीमन रोती रही।

रीमन बार-बार बेहोश हो जा रही है। घर की महिलाएं उसको संभाल रही हैं।
रीमन बार-बार बेहोश हो जा रही है। घर की महिलाएं उसको संभाल रही हैं।

घर की सजावट को रात में ही हटा दिया गया

उन्होंने आगे बताया, इस खबर के बाद गांव के लोग भी घर आ गए। किसी को घटना पर यकीन नहीं हो रहा था। शादी में जो खाना बन रहा था उसको रुकवा दिया गया। सजावट को भी रात में ही हटा दिया गया। जो सामान बारातियों को देने के लिए आया था वो भी हटा दिया गया।

इस बीच लड़की के घर वालों ने देवेश की मां से बात करने की कोशिश की लेकिन वो कुछ बोल नहीं पाई। सब बता रहे थे घटना के बाद से देवेश की मां बेहोश है। वहीं बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घर में अचानक से हुई 5 मौतों से सब लोग सदमे में हैं।

रीमन की मां बोली- हमारे सारे सपने टूट गए

रीता देवी ने बताया, रीमन के पापा रमेश चंद्र मजदूरी करते हैं। उनकी 1 बेटी और 2 बेटे हैं। घर में सबसे बड़ी रीमन है। परिवार में पहली शादी हो रही थी लेकिन उससे पहले ही ये हादसा हो गया। शादी में रीमन के पापा ने 3 लाख से ज्यादा पैसा खर्च किया होगा।

घर में देवेश की भाभी और बहनों ने उसको तैयार किया था।
घर में देवेश की भाभी और बहनों ने उसको तैयार किया था।

सारा दहेज भी घर में रखा हुआ है। रीमन की मां बोल रही थी, दामाद को बाइक दे रहे थे। जिससे बिटिया को जब भी घर आना हो दामाद जी उसको गाड़ी से घर ले आए। दोनों को कोई समस्या न हो। लेकिन हमारे तो सारे सपने टूट गए।

देवेश के साथ फोटो देखकर रोने लगती है रीमन

देवेश की मौत के बाद रीमन के घर में मातम फैला हुआ है। गांव के सभी लोग उसके घर पर जमा हैं। रीमन बार-बार देवेश का नाम लेकर रोने लगती है। उसके फोन में देवेश के साथ उसकी कुछ फोटो हैं। वो उन्हीं को देखकर बार-बार रोने लगती है। देवेश की रीमन से थोड़ी बहुत फोन पर बात होती थी। उन्हीं बातों को याद करके रीमन बहुत दुखी है।

देवेश अपनी शादी से बहुत ज्यादा खुश था। वो घर का बड़ा बेटा था।
देवेश अपनी शादी से बहुत ज्यादा खुश था। वो घर का बड़ा बेटा था।

जिस गांव में आनी थी दुल्हन वहां पहुंची 5 लाशें…

जहां दूल्हा बना था, वहां रखा गया शव

हरदोई के कुड़हा गांव में देवेश शुक्रवार को अपनी दुल्हन रीमन को लेकर पहुंचने वाला था। लेकिन उस गांव में शुक्रवार शाम को देवेश का शव पहुंचा है। उसके साथ उसके पिता, जीजा और फुफेरे भाई का भी शव पहुंचा है। ड्राइवर का शव भी साथ ही आया है।

जिस आंगन में देवेश को दूल्हा बनाया गया था। वहां उसका शव रखा गया। पास में दूसरे शव भी रखे गए। घर में हर तरफ शादी का सामान रखा हुआ है। दुल्हन के स्वागत का सामान भी वहीं रखा हुआ है। घर का ये माहौल देखकर हर किसी की आंख नम थी।

देवेश के पिता और जीजा की भी हादसे में मौत हुई है।
देवेश के पिता और जीजा की भी हादसे में मौत हुई है।

अपनों को इस हालत में देखकर परिवार में मां, बहन, बुआ, भाभी समेत सभी लोग सिर पीटकर रो रहे हैं। सब कह रहे हैं, ये क्या हो गया। हम तो तुम्हारी बारात लेकर निकले थे लेकिन तुम तो हम लोगों को अकेला छोड़कर कहां चले गए। अब हम लोग यहां क्या करेंगे।

घर का बड़ा बेटा था देवेश, बहुत अच्छा था

मामले में गांव के प्रधान समेंद्र सिंह ने बताया, देवेश मजदूरी करता था। वो स्वभाव का बहुत अच्छा था। जब से उसकी शादी तय हुई थी गांव के लोग उसको छेड़ा करते थे लेकिन वो कभी बुरा नहीं मानता था। हमेशा हंसता रहता था। अपने परिवार का भी बहुत ख्याल रखता था। घर का बड़ा बेटा होने के सारे फर्ज निभाता था वो। उसकी मौत सभी के लिए बहुत दुखद है।

ये सुमित है। जो देवेश की गाड़ी चला रहा था।
ये सुमित है। जो देवेश की गाड़ी चला रहा था।

देवेश भइया हम लोगों को बहुत याद आएंगे

देवेश के घर में कोई भी बात करने की हालत में नहीं था। बहुत कहने पर देवेश का छोटा भाई अनिकेत बात करने के लिए तैयार हुआ। अनिकेत ने बताया, भइया हम लोगों का बहुत ख्याल रखते थे। हम लोग उनसे कहते थे शादी के बाद बदलना मत, जिसपर वो हंसकर कहते थे मैं हमेशा ऐसा ही रहूंगा। हमारे घर में ये पहली शादी हो रही थी। पहली शादी में ही ऐसा हो गया। देवेश भइया हम लोगों को बहुत याद आएंगे। बता दें, सभी लोगों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को ही कर दिया गया है।

अपनों का शव देखकर परिवार के लोग पोस्टमार्टम हाउस में रोने लगे।
अपनों का शव देखकर परिवार के लोग पोस्टमार्टम हाउस में रोने लगे।

सीएम योगी ने ट्वीट कर दुःख था जताया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात हुए दर्दनाक हादसे पर दुख जताया। उन्होंने पुलिस-प्रशासन को मौके पर जाकर हर संभव मदद के निर्देश दिए थे। ट्वीट कर पीड़ित परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की थी।

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