रोडवेज की यात्रा अब और आसान होगी। रोडवेज के बेडे़ में नए साल पर राजधानी एक्सप्रेस बसें शामिल होंगी। अधिकारियों के मुताबिक जिले से राजधानी के बीच नॉनस्टॉप बसों का संचालन किया जाएगा। वाराणसी जोन में छह जिले आते हैं। सभी जिलों से प्रदेश की राजधानी के बीच बसों का संचालन कराने की तैयारी शुरू हो गई है।
रोडवेज प्रशासन बसों के संचालन से पूर्व तैयारियों में जुट गया है। राजधानी एक्सप्रेस बसों के संचालन के लिए शासन ने दौ सौ करोड़ के प्रस्ताव को अनुमति दी है। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव वर्मा के मुताबिक जिले से राजधानी तक बसों का संचालन जल्दी शुरू की जाएगी है। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। नॉनस्टॉप बसों का संचालन शुरू होने पर वाराणसी से लखनऊ करीब आठ घंटे की दूरी चार से पांच घंटे में पूरी की जा सकेगी।
बाबतपुर हवाई अड्डे से चलेंगी रोडवेज बसें
बाबतपुर हवाई अड्डा से रोडवेज बसों के संचालन का रास्ता साफ हो गया है। रोडवेज प्रबंधन से बातचीत के बाद एयरपोर्ट अथारिटी ने बस संचालन को हरी झंडी दे दी है। रोडवेज प्रबंधन के मुताबिक पर्यटकों की सुविधा के लिए यहां हेल्प डेस्क कम टिकट काउंटर भी खोला जाएगा। यात्री यही से बसों की जानकारी लेने के साथ टिकट भी खरीद सकेंगे।
रोडवेज प्रशासन ने नगर के अलावा देहात की रूटों पर इलेक्ट्रानिक बसें चलाने का फैसला किया है। नई बसें संचालित करने की कार्ययोजना तैयार कर ली है। रोडवेज प्रबंधन बनारस नगर से लेकर देहात तक नई इलेक्ट्रिक बसें चलाने के लिए रूट चार्ट बनाने के लिए सर्वे कार्य शुरू करा दिया है। यात्रियों की उपलब्धता को ध्यान में रखकर बसों का रूट चार्ट तैयार होगा।
तरना और कैंट रोडवेज में बनेगा चार्जिंग स्टेशन
इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के साथ बसों के लिए लिए चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए जगह का चुनाव हो गया है। रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक तरना और कैंट में चार्जिंग स्टेशन बनेंगे। इससे बसों की चार्जिंग समस्या का समाधान हो जाएगा। उधर रोडवेज प्रबंधन ने बढ़िया ढंग से इलेक्ट्रिक बस चलाने वाले चालकों को सम्मानित करने का फैसला किया है। बृहस्पतिवार को मिर्जामुराद मेें आयोजित समारोह में अलग-अलग रूट के 10 बस चालकों को सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर करीब 120 चालकों को सड़क पर सुरक्षित बस संचालन की ट्रेनिंग दी जाएगी।