मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सरदार वल्लभभाईपटेल की जयंती पर यहां जीपीओ स्थित पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर देश और राज्य की एकता, अखण्डता एवं सुरक्षा को बनाए रखने के लिए शपथ भी दिलाई। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग से रन फाॅर यूनिटी को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर पूरा देश उनका पूर्ण स्मरण करते हुए उन्हें नमन कर रहा है। मित्रों हम सब जानते हैं कि स्वतंत्र भारत में सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान किस श्रद्धा के साथ हर व्यक्ति याद करता है। अंग्रेज सरकार की उन कुत्सित चालों को समय से समझा। उस समय रियासतों को दी गई स्वायत्तता को सूझबूझ के साथ राष्ट्रीय एकता के बंधन के साथ जोड़ते हुए 563 रियासतों को भारत गणराज्य का हिस्सा बनाया। जूनागढ़ और हैदराबाद रियासतें भारत गणराज्य को आंखें दिखा रहीं थी। वह जिस भाषा में समझ सकते थे उस भाषा में समझाने का भी कार्य किया गया। आज उसका परिणाम है कि जूनागढ़ हो या हैदराबाद या भारत की वे सभी रियासतें भारत के एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार करने में अपना योगदान दे रही हैं, यह देने सरदार भाई वल्लभ भाई पटेल का ही है।
योगी ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि वे अपने नायकों के बारे में जानें। कुछ लोगों ने सम्मान को अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझ लिया था। वह समझते थे कि देश में सम्मान का अधिकार केवल एक परिवार को है। हम सब आभारी हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिन्होंने ऐसे सभी नायकों, महानायकों को जनता के समक्ष प्रस्तुत करके एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने का कार्य किया है। आज आप देख रहे होंगे स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पटेल की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा गुजरात में केवड़िया के पास स्थापित है। वह तीर्थ स्थल बन चुका है। दुनिया का हर व्यक्ति केवड़िया जाकर पटेल को स्मरण करता है। देश के लिए उनके योगदान को याद करता है। कोई भी राष्ट्र अपने राष्ट्र नायकों को विस्मृत करके आगे नहीं बढ़ सकता। इसी सब बातों को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री ने सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित करके संदेश दिया है।
इस मौके पर उनके साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कपिलदेव अग्रवाल, आशीष सिंह, विधायक नीरज बोरा समेत अन्य जनप्रतिनिधि, भाजपा के नेता व अधिकारी मौजूद रहे।