बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण के महानिदेशक (डीजी) रविंद्र शंकरण ने कबड्डी, वॉलीबॉल एवं ताइक्वांडो खिलाड़ियों से मिलकर उनकी हौसला अफजाई करने के साथ ही बेगूसराय के खेल माहौल को भी परखा है।
बेगूसराय भ्रमण पर आए रविन्द्र शंकरण ने महात्मा गांधी उच्च विद्यालय बीहट में कबड्डी एवं वॉलीबॉल, कल्याण केंद्र बरौनी रिफाइनरी में ताइक्वांडो तथा रतनपुर में वॉलीबॉल एवं कबड्डी (बालक) खिलाड़ियों से रूबरू होते हुए उन्हें जीवन में आगे बढ़ने एवं खेल में कैरियर के साथ लक्ष्य प्राप्ति के टिप्स बताए।उन्होंने खिलाड़ियों से डी.टी.पी. यानी डिसिप्लिन, ट्रेनिंग एवं परफॉर्मेंस पर फोकस कर खेल में आगे बढ़ने का मंत्र दिया।
रविन्द्र शंकरण ने कहा कि छह साल में दस हजार घंटे का खेल प्रैक्टिस करने वाले अपने जीवन में सक्सेस खिलाड़ी के रूप में चिन्हित हुए हैं। ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट जैवलिन थ्रो के खिलाड़ी नीरज चोपड़ा, ऑस्ट्रेलियन तैराक माइकल फेल्प्स, दुनियां के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट एवं अन्य इसके उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में खेलों को आंदोलन का रूप दिया जा रहा है। अब विद्यालय एवं ओपन खेलों में विजेता तथा उपविजेता टीम, व्यक्तिगत स्पर्धा के खेलों में मेडलिस्ट खिलाड़ियों को बिहार सरकार सीधे खाता में कैश प्राइज दे रही है।
बिहार ने अभी नहीं तो कभी नहीं के स्लोगन के साथ 2028 ओलंपिक तक अपना लक्ष्य निर्धारित किया है कि अगले छह साल में कम से कम हर खेल से एक या दो खिलाड़ी ओलंपिक में भाग ले सकें। इसके लिए एक दर्जन खेलों को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित कर प्रतिभावान खिलाड़ियों के चयन, प्रशिक्षण की व्यवस्था खेल विभाग कर रही है। आर्थिक कमियों को दूर करने के लिए विभिन्न निगमों को एक-एक खेल को गोद दिया गया है जो उस खेल का पालन पोषण करेंगे। खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कोचों की सेवा ली जा रही है। रग्बी में दक्षिण अफ्रीका से कोच बुलाए गए हैं, बिहार हॉकी टीम का प्रशिक्षण झारखंड में कराया जा रहा है। कबड्डी प्रशिक्षण के लिए पूर्व भारतीय खिलाड़ी मेहर सिंह एवं भारोत्तोलन खेल प्रशिक्षण के लिए ओलंपिक खिलाड़ी कुंजरानी देवी से बातचीत की जा रही है।
उन्होंने कहा कि बेगूसराय में वॉलीबॉल, कबड्डी एवं ताइक्वांडो खेल का सबसे बेहतर माहौल है। इन खेलों के एकलव्य सेंटर की स्वीकृति बहुत जल्द दी जाएगी, ताकि स्थानीय खिलाड़ी उससें लाभान्वित हो सकें। रविन्द्र शंकर ने महात्मा गांधी उच्च विद्यालय बीहट के मैदान में फ्लड लाइट एवं कबड्डी का मैट, ताइक्वांडो क्लब कल्याण केंद्र में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए आधुनिक सेंसर किट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।