शिक्षक केवल सरकारी कर्मचारी नहीं वह राष्ट्र का निर्माता
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर लोकभवन में शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया। राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को दो वर्ष का सेवा विस्तार और परिवहन विभाग की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा मिलेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के पांच पोर्टल पहुंच, प्रज्ञान, पंख, परख और पहचान का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर बोलते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण के लिए शिक्षा एक सशक्त माध्यम हो सकती है। जब पूरी दुनिया कोरोना से ग्रसित थी तब भारत नई शिक्षा नीति पर मंथन कर रहा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति भारत को पुरातन पहचान दिलाने में सफल होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति से छात्रों का विकास होगा। शिक्षा जगत में बहुत कुछ करने की संभावनाएं हैं। थोड़े प्रयास से बड़ा परिवर्तन हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक केवल सरकारी कर्मचारी नहीं होता वह राष्ट्र का योजक और राष्ट्र का निर्माता होता है। शिक्षक बच्चों को अपने तरीके से एक दृष्टि देकर राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिए तैयार करता है। प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। नकल विहीन परीक्षा और समय से परीक्षा हुई। प्रदेश के अंदर पठन -पाठन का एक माहौल देखने को मिला। उत्तर प्रदेश के पढ़े लिखे व्यक्ति कई राज्यों में शिक्षक के रूप में गये। कोरोना काल में आनलाइन पढ़ाई शुरू की गयी। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में छात्रों की बढ़ी संख्या यह दर्शाता है कि स्कूलों की व्यवस्था अच्छी हुई है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुरस्कार चयन की प्रक्रिया को हमने पारदर्शी बनाया। पहले उन्हें सम्मान मिलता था जो स्कूल नहीं जाते थे। वास्तविक शिक्षक को सम्मानित किया जाना चाहिए। विगत पांच वर्ष में बहुत कुछ किया गया लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है। शिक्षकों के स्थानान्तरण की प्रक्रिया भी मेरिट के आधार पर होगी।
माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि आज भी शिक्षा के क्षेत्र में डा. सर्वपल्ली राधा कृष्णन को आदर्श शिक्षक के रूप में याद किया जाता है। डा. सर्वपल्ली राधा कृष्णन का मानना था कि शिक्षा के द्वारा ही समाज में व्यापक परिवर्तन लाया जा सकता है। शिक्षा समाज का दर्पण होता है। गुलाब देवी ने कहा कि वर्तमान समय में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में समाज में एक नई चेतना आयी है। शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई चेतना आयी है। हम नकल विहीन परीक्षा कराने में सफल रहे।
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने किया कि शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के भी प्रयास किये जा रहे हैं। इण्टर के बाद छात्र-छात्राओं के काउंसलिंग की व्यवस्था की गयी है। इस अवसर पर 75 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों दो वर्ष का सेवा विस्तार और परिवहन की बसों की निःशुल्क यात्रा की सुविधा प्रदान की जायेगी।
व्यायसायिक शिक्षा मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि आज विद्यालयों की स्थिती में काफी सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री ने कौशल विकास को गति देने का काम किया है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई सफर करेगा। योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का कौशल विकास विभाग युवाओं को प्रशिक्षत करने का काम कर रहा है। हमारा विभाग युवाओं को हुनरमंद बना रहा है। कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को स्किल से जोड़ने का काम हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए 39 नवीन हाईस्कूल और 14 नवीन इंटर कॉलेज का शिलान्यास किया । इन राजकीय हाईस्कूलों की स्थापना से प्रतिवर्ष लगभग 6,240 और राजकीय इंटर कॉलेजों की स्थापना से लगभग 2240 छात्र-छात्राओं को अध्ययन की सुविधा उपलब्ध होगी।
इस दौरान कस्तूरबा गांधी विद्यालय की बालिकाओं एवं समर्थ कार्यक्रम के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों को स्टाइपेंड एवं एस्कॉर्ट अलाउंस का डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरण भी किया गया। वहीं प्रवीण योजना के तहत राजकीय विद्यार्थियों को वोकेशनल ट्रेनिंग और जॉब रेडी स्किल्स के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग और उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के बीच एमओयू भी मुख्यमंत्री की मौजूदगी में साइन किया गया।