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निजी कम्पनियों को बागडोर सौंपकर छीनी जा रही हैं संविदा कर्मियों की रोजी-रोटी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उप्र की भाजपा सरकार पर सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय बंद करने का आरोप लगाया है। उन्होंने निजी कम्पनी को ठेका देना संविदा कर्मियों को हटाने वाली साजिश बताया है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि जिस यूनिवर्सिटी के चांसलर मुख्यमंत्री खुद हैं उसे पहले बजट मिलने में देरी, फिर उसके संविदा कर्मियों को निकालने की तैयारी ये दर्शाता है कि सरकार की मंशा ठीक नहीं है। उन्होंने पीड़ित कर्मचारियों को न्याय देने की बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट करते हुए कही है।
उधर, सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में कार्यरत पूर्व सैनिकों ने कहा कि हम देश की सेवा करने के बाद यहां पर पिछले 15 वर्षों से सेवा दे रहे हैं लेकिन अब हम लोगों को निकालने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक निजी कम्पनी को ठेका दिया जा रहा है। इसकी वापसी के लिए आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति को सम्बोधित एक पत्र सौंपा गया है। पत्र में यह भी कहा गया है कि अगर कम्पनी का ठेका निरस्त नहीं किया गया तो 29 अगस्त सोमवार को सभी संविदा कर्मचारी कार्य बहिष्कार करते हुए हड़ताल करने को बाध्य होंगे।
उल्लेखनीय है कि सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में कार्यरत संविदा कर्मी शुक्रवार की रात लखनऊ से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सैफई पहुंचे थे। इसकी जानकारी पर शनिवार सुबह विश्वविद्यालय की सुरक्षा में लगे पूर्व सैनिकों का एक दल उनसे मिलने पहुंचा था और अपनी समस्याओं से अवगत कराया। सपा अध्यक्ष ने उनकी रोजी-रोटी न छीनने का भरोसा दिया है।