मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को हाड़ौती संभाग के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे कोटा संभाग में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। साथ ही बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे।
राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। खासतौर से हाड़ौती के कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। कोटा संभाग में भारी बारिश और नदियों में उफान होने के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। इससे लोगों को काफी नुकसान हुआ। कई लोग बेघर हो गए है। चंबल, कालीसिंध, पार्वती और परवन नदी के उफान पर होने के चलते कई गांव टापू बन गए हैं। इन गांवों के कच्चे और पक्के मकान भी नदियों में आए भारी पानी के बहाव के साथ बह गए। साथ ही कच्चे और पक्के मकान भी बारिश में टूट गए। इसको देखते हुए गुरुवार को मुख्यमंत्री गहलोत हाड़ौती इलाके का हवाई सर्वेक्षण कर आम जनता और बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। इस दौरे में उनके साथ प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और कोटा के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा भी साथ रहेंगे। मीणा बुधवार देर रात को ही कोटा पहुंच गए हैं। बारां जिले के अंता से विधायक और खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया भी बारां और झालावाड़ जिले में सीएम गहलोत के साथ दौरे पर जाएंगे।
तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री गहलोत जयपुर से सुबह हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे। वे बूंदी जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर कोटा पहुंचेंगे तथा कोटा के भारी वर्षा प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर आम जनता से मुलाकात करेंगे। दोपहर अंता के लिए रवाना हो जाएंगे, जहां कालीसिंध किलो लाइन एरिया में हुई तबाही का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। वे दोपहर को अंता में आम जनता से मुलाकात करेंगे। उसके बाद अटरू और बारां क्षेत्र के भारी वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा करेंगे। वहां से वे कवाई कस्बे जाएंगे और आम जनता से मुलाकात करेंगे। दोपहर तीन बजे छबड़ा, छीपाबड़ौद और झालावाड़ के भारी वर्षा प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। शाम चार बजे झालावाड़ सर्किट हाउस में आम जनता से मुलाकात करेंगे। शाम पांच बजे झालावाड़ से जयपुर के लिए रवाना हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री गहलोत पिछले दो दिन से गुजरात और दिल्ली दौरे पर थे। दिल्ली से जयपुर पहुंचने के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा तय किया है। उन्होंने एक दिन पहले ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के जिला कलेक्टर को निर्देश दिए थे कि वो बाढ़ प्रभावित आमजन को तत्काल आपदा राहत पहुंचाए. साथ ही किसानों की फसल खराबे की गिरदावरी करें। हाड़ौती क्षेत्र में भारी बारिश से हुए नुकसान का पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एक दिन पहले यानी बुधवार को हवाई सर्वेक्षण किया था। पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने सरकार से मांग की थी कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जाए। साथ ही किसानों के फसल की समय पर गिरदावरी कराकर उन्हें मुआवजा दिया जाए।