राजगोपाल रेड्डी ने विधानसभा की सदस्यता छोड़ने का किया ऐलान
राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मुनूगोडू विधायक कोमेटरेड्डी राजगोपाल रेड्डी ने आखिरकार कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने का ऐलान किया है। वह एक दो दिन में विधानसभा की सदस्यता से भी अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
बुधवार को अपने आवास पर एक पत्रकार सम्मेलन में कांग्रेस नेता राजगोपाल रेड्डी कहा कि वे बहुत दुःखी मन से कांग्रेस छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि दो तीन दिनों में विधानसभा स्पीकर से समय लेकर उन्हें विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंप देंगे। उन्होंने कहा कि मुनुगोडू निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए ही यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी और राहुल के प्रति उनके मन में काफी आदर है, लेकिन आलाकमान के सही समय पर सही निर्णय नहीं लेने से पार्टी को भारी नुकसान हुआ।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी की कड़ी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी हर उपचुनाव हारी है। पार्टी के 12 विधायक विधानसभा चुनाव के बाद सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (तेरास) में शामिल हो गए फिर भी पार्टी आलाकमान ने राज्य में बिगड़ती कांग्रेस की छवि को सुधारने का कोई प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि राज्य में तेरास सरकार के शासन को खत्म करना भाजपा से ही संभव है। उन्होंने याद दिलाया कि वे यह बात आज नहीं, बल्कि काफी पहले पहले भी बता चुके हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र की जनता के साथ चर्चा करने के बाद ही वे भाजपा में शामिल होने का ऐलान करेंगे। वे चाहते हैं कि उनके इस्तीफे से सरकार की आंखे खुलें।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के बयान को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत लाभ और से व्यापार के लिए कभी भी राजनीति का उपयोग नहीं किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेड्डी ने राजगोपाल रेड्डी पर आरोप लगाए हैं कि वह पेशे से ठेकेदार हैं और वह केंद्र सरकार के ठेकों के लिए खुद को नीलामी कर दिया है।
रेड्डी ने खुलासा किया कि वर्ष 2014 से ही उनको तेरास में शामिल होने का कई बार प्रस्ताव आया लेकिन उन्होंने कांग्रेस नहीं छोड़ी। विधायक बनने के बाद भी मनुगोडू निर्वाचन क्षेत्र में साढ़े तीन वर्ष में कोई विकास नहीं हुआ। राजगोपाल रेड्डी ने कहा कि देश की सुरक्षा और भविष्य को लेकर मोदी सरकार जिस प्रकार काम कर रही है, यह सभी देख रहे हैं कि केंद्र में तीसरी बार भी भाजपा सरकार ही बनने की अधिक संभावना है।
आशा खबर / शिखा यादव