असम के जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राज्य के प्रत्येक जिला और संभाग के जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में मंत्री ने जिलों में ताजा बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली और विभाग के प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी को बाढ़ की अवधि के दौरान 24 घंटे अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया।
मंत्री पीयूष हजारिका ने इंजीनियरों से बाढ़ के दौरान जल संसाधन विभाग के अलावा अन्य विभागों द्वारा बनाए गए बांधों पर भी समान ध्यान देकर आवश्यक उपाय करने का आग्रह किया। मंत्री ने इंजीनियरों को निर्देश दिया कि आप सभी 24 घंटे निगरानी रखें, ताकि बांध टूट न जाए और जलस्तर कम होते ही क्षतिग्रस्त बांधों की तुरंत मरम्मत कर दी जाए।
मंत्री ने इंजीनियरों से कहा कि जल संसाधन विभाग बाढ़ के दौरान उन बांधों की भी निगरानी करे जो बांध विभाग के नहीं हैं। इसलिए, लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए बांधों की मरम्मत के लिए तत्काल उपाय करना आवश्यक है।
उन्होंने इंजीनियरों को किसी भी आपात स्थिति में सीधे मंत्री को सूचित करने के निर्देश दिए और कहा कि विभागाध्यक्ष यह सुनिश्चित करेंगे कि आपातकालीन उपाय करने के लिए आवश्यक सभी सहायता जिलों और संभागों को समय पर प्रदान किया जाए। मंत्री ने इंजीनियरों को इस दौरान बांधों के संरक्षण को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
मंत्री पीयूष हजारिका ने गुवाहाटी विश्वविद्यालय परिसर का दौरा किया और विभागीय अधिकारियों को परिसर में कृत्रिम बाढ़ की समस्या के समाधान के लिए उपाय करने का निर्देश दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर से कृत्रिम बाढ़ को दूर करने के लिए विभागीय अधिकारियों के कार्य की भी सराहना की।
मंत्री हजारिका गुरुवार को तामुलपुर जिले का भी दौरा कर बाढ़ से उपजे हालात का जायजा लिया। साथ ही विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।