गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के तत्वावधान में देश-विदेश के विभिन्न स्थानों पर यज्ञ आयोजनों के श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। इसी क्रम में 04 से 07 नवंबर को गुजरात के संतरामपुर में होने वाले 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के लिए शुक्रवार को शक्ति कलश का विशेष पूजन हुआ। शक्ति कलश पूजन अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं शैलदीदी ने वैदिक कर्मकाण्ड के साथ पूरा किया। साथ ही नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से बधाई दी।
इस अवसर पर संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने यज्ञीय आयोजन में नारियों की विशेष भूमिका के लिए आवाह्न किया। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति कला, योग, विज्ञान, चिकित्सा से लेकर सभी क्षेत्र का नेतृत्व करने के लिए तैयार हो रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 को शांतिकुंज ने नारी सशक्तिकरण वर्ष घोषित किया है और नारी सशक्तिकरण वर्ष में राष्ट्र के प्रथम नागरिक के रूप में एक मातृशक्ति का चयन होना, हम सभी के लिए गौरव की बात है।
अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ. प्रणव पण्ड्या ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी और उनके उत्तम स्वास्थ्य हेतु सर्वशक्तिमान माता से प्रार्थना की।
महिसागर गुजरात से पहुंचे संतरामपुर महायज्ञ के समन्वयक रामजीभाई धराशिया ने बताया कि संतरामपुर से करीब दो सौ भाई-बहन शांतिकुंज पहुंचे हैं।
शक्ति कलश पूजन में गुजरात सरकार में मंत्री कुबेर भाई डिंडोर ने भी भाग लिया।
आशा खबर / शिखा यादव