गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ाव हो रहा है। बीते 36 घंटों में पानी करीब डेढ़ मीटर बढ़ गया है और बढ़ाव जारी है। गंगा के पानी का रंग भी मटमैला हो चुका है। रत्नेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो चुका है।
गंगा के जलस्तर में बढ़ाव तेज होने से तटवर्ती इलाकों में रहने वालों की धुकधुकी बढ़ गई है। गंगा के जलस्तर में हर घंटे 40 मिलीमीटर की रफ्तार से बढ़ाव जारी है। पिछले 24 घंटे में हुई 67 मिलीमीटर बरसात से भी बढ़ाव में तेजी आई है। गंगा के जलस्तर की रफ्तार यही रही तो 24 घंटे में घाटों का संपर्क टूट सकता है। सिंधिया घाट स्थित रत्नेश्वर महादेव का मंदिर देर शाम को जलमग्न हो गया। देर रात गंगा का जलस्तर 61.44 मीटर दर्ज किया गया।
गंगा के जलस्तर में बढ़ाव तेजी से हो रहा है। बीते 36 घंटों में पानी करीब डेढ़ मीटर बढ़ गया है और बढ़ाव जारी है। गंगा के पानी का रंग भी मटमैला हो चुका है। शीतला घाट के आरती स्थल तक गंगा पहुंच चुकी हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार सुबह आठ बजे तक गंगा के जलस्तर में चार सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार थी जो शाम को तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटा पहुंच गया। नाविकों ने बताया कि गंगा के जलस्तर की यही रफ्तार रही तो अगले 24 घंटों में घाटों का आपसी संपर्क टूट जाएगा। सप्ताह भर में आरती का स्थल भी बदलना पड़ सकता है। गंगा में बढ़ाव के साथ ही वरुणा में भी पलट प्रवाह शुरू हो गया है। केंद्रीय जल आयोग की बाढ़ बुलेटिन के अनुसार सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 61.14 मीटर था। दोपहर 12 बजे 61.28 मीटर, दो बजे 61.32 मीटर और शाम को छह बजे 61.40 मीटर तक पहुंच गया। 10 घंटे में गंगा का जलस्तर 26 सेंटीमीटर बढ़ गया। रात आठ बजे गंगा का जलस्तर 61.44 मीटर तक पहुंच गया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले चौबीस घंटों में काशी में एक मीटर से अधिक जलस्तर बढ़ेगा। गंगा में बढ़ाव को देखते हुए जल पुलिस और एनडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है।
आशा खबर / शिखा यादव
