ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। जॉनसन के मंत्रिमंडल में बढ़ता विद्रोह और इस्तीफों की झड़ी ने सत्ता संघर्ष को चरम पर पहुंचा दिया है। इसी कड़ी में बुधवार को बोरिस जॉनसन के आधिकारिक आवास पर कैबिनेट मंत्री व पार्टी के पदाधिकारी जुटे और जॉनसन से ब्रिटिश नेता का पद छोड़ने का आग्रह किया। ऐसे हालात में जॉनसन ने जोर देकर कहा कि वह पीछे हटने वाले नहीं हैं और विद्रोह करने वालों के सामने नहीं झुकेंगे।
एक सूत्र के अनुसार 30 से अधिक सरकारी इस्तीफे और उनकी कंजरवेटिव पार्टी में कई सांसदों के खुले विद्रोह के साथ, कुछ वरिष्ठ मंत्रियों ने उनको पद छोड़ने के लिए कहा और अब समय आ गया है कि अब उनको जाने की जरूरत है। एक अन्य सूत्र ने कहा कि अगर जॉनसन लड़ने का फैसला करते हैं तो उनके समर्थन में भी लोग हैं।
लगातार इस्तीफों के बावजूद जॉनसन ने कहा कि वर्ष 2019 के राष्ट्रीय चुनाव से उनके पास जनादेश है, जिसे उन्होंने भारी बहुमत से जीता था। उन्होंने एक संसदीय समिति से कहा कि मैं पद छोड़ने वाला नहीं हूं और इस संघर्ष में आखिरी चीज स्पष्ट रूप से चुनाव है।
आशा खबर/रेशमा सिंह पटेल