पाकिस्तान से शनिवार को प्रकाशित अधिकांश अखबारों में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले को प्रमुखता से प्रकाशित किया है। इसमें कहा गया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री का चुनाव 22 जुलाई को दोबारा करवाया जाए। अखबारों ने बताया है कि मुख्यमंत्री हमजा शहबाज और स्पीकर परवेज इलाही अदालत के इस फैसले पर राजी हो गए हैं।
अखबारों ने पंजाब के उप चुनाव में खूनी संघर्ष होने की एजेंसियों की रिपोर्ट भी छापी है। अखबारों ने बताया कि एजेंसियों ने कहा कि 17 जुलाई को होने वाला उप-चुनाव खूनी हो सकता, इसलिए चुनाव आयोग को वहां पर मुस्तैद रहने की जरूरत है और सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किए जाने की जरूरत है। अखबारों ने पाकिस्तान में नए अमेरिकी राजदूत के जरिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात किए जाने की खबरें देते हुए बताया है कि इस मौके शहबाज शरीफ ने कहा है कि अमेरिका से व्यापार और निवेश में सहयोग चाहते हैं। अखबारों ने नए अमेरिकी राजदूत के जरिए अपने दस्तावेज राष्ट्रपति को सौंपे जाने की खबरें भी दी हैं।
अखबारों ने प्रधानमंत्री के जरिए सेनाध्यक्ष से मुलाकात किए जाने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने बताया कि इस मौके पर देश की सुरक्षा और सीपैक परियोजना पर बातचीत की गई है। अखबारों ने वित्तमंत्री मिफ्ताह इस्माइल का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि इमरान खान ने आईएमएफ का समझौता तोड़कर 233 अरब रुपये का नुकसान किया है।
अखबारों ने पूर्व वित्तमंत्री शौकत तरीन का भी बयान छापा जिसमें उन्होंने कहा है कि हमने खबरदार किया था कि देश में राजनीतिक अस्थिरता अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से तबाह बर्बाद कर देगी। अखबारों ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का एक बयान छापा जिसमें उन्होंने कहा है कि देश की जनता आज चोरों के खिलाफ सड़कों पर निकले। उनका कहना है कि नई हुकूमत ने खुद को 111 खरब का एनआरओ दे दिया। जितनी महंगाई इन 2 महीनों में हुई है उतनी साढ़े तीन साल में भी नहीं हुई थी।
अखबारों ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के जरिए यूक्रेन को 8 मिलियन डालर की सैन्य मदद देने का ऐलान किए जाने की खबरें दी हैं। अखबारों ने त्रिपुरा में भाजपा कार्यकर्ताओं के जरिए सीपीआई(एम) के लीडरों पर हमला किए जाने की खबरें भी दी हैं। यह सभी खबरें रोजनामा दुनिया, रोजनामा खबरें, रोजनामा औसाफ, रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा नवाएवक्त और रोज़नामा जंग ने अपने पहले पन्ने पर छापी हैं।
रोजनामा नवाएवक्त ने एक खबर दी है जिसमें बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को विवादित बयान देने पर नाराजगी का इजहार करते हुए उनसे पूरे देश से माफी मांगने का आदेश दिया है। अखबार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि नूपुर शर्मा का ऐसे मामलों पर बात करने का मकसद विशेष एजेंडे को आगे बढ़ाना था। नूपुर शर्मा ने पैगंबर के खिलाफ गुस्ताखी वाला बयान एजेंडे के तहत दिया जिसने देश की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया। अदालत ने कहा कि उदयपुर की घटना और पूरे देश में अशांति पैदा करने में नूपुर शर्मा के बयान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रोजनामा खबरें ने एक खबर दी है जिसमें बताया गया है कि चीन ने भारत के जरिए जम्मू कश्मीर में जी-20 सम्मेलन के आयोजन को रुकवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अखबार का कहना है कि चीन के डट जाने की वजह से यह सम्मेलन जम्मू-कश्मीर में नहीं होगा। अखबार का कहना है कि कश्मीर समस्या पर चीन का नजरिया बिल्कुल स्पष्ट है। क्षेत्र में शांति व्यवस्था के लिए विवादों को बातचीत के जरिए हल करना चाहिए। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि भारत आर्थिक सहयोग को राजनीतिक रंग ना दे। कश्मीर समस्या का समाधान संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रस्ताव के अनुसार किया जाए।