यूक्रेन पर हमले के खिलाफ और रूस से मुकाबला करने के लिए जी-7 देशों के एकता की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को प्रशंसा की है। बाइडेन और जी-7 समूह के अन्य नेताओं ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण को लेकर रूस को अलग-थलग करने के लिए दबाव बनाए रखने की रणनीति पर चर्चा की।
बाइडेन और उनके समकक्ष नेता ने ऊर्जा आपूर्ति को सुरक्षित करने और मुद्रास्फीति से निपटने के तरीके के साथ रूस को दंडित करने के लिए चर्चा की और गठबंधन को युद्ध के परिणामों से बचाने पर भी जोर दिया गया।
विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह जी-7 देश रूस से सोने के आयात पर नए प्रतिबंधों की घोषणा करने की तैयारी में हैं। यह यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर रूस को आर्थिक रूप से अलग-थलग करने की दिशा में सबसे ताजा प्रतिबंध है।
जी-7 समूह के नेता एक नई वैश्विक बुनियादी ढांचा साझेदारी के लिए भी एकजुट हो रहे हैं ताकि विकासशील देशों में रूसी और चीनी निवेश का विकल्प प्रदान किया जा सके।
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ शिखर सम्मेलन से पहले की एक बैठक के दौरान बाइडेन ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सभी एक साथ रहें। बाइडेन ने कहा कि हमें एकसाथ रहना होगा, क्योंकि पुतिन को शुरू से ही यह उम्मीद है कि किसी तरह नाटो और जी-7 में फूट पड़ जाएगी, लेकिन वह नहीं हुआ और हम यह नहीं होने देंगे।
ओलाफ स्कोल्ज वर्तमान में जी-7 के अध्यक्ष हैं और इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे हैं। स्कोल्ज ने कहा कि अच्छा संदेश यह है कि हम सभी ने इसे एकजुट रहने के लिए बनाया है, जिसकी पुतिन ने कभी उम्मीद नहीं की थी।
इस शिखर सम्मेलन की औपचारिक शुरुआत से कुछ घंटे पहले, रूस ने रविवार को यूक्रेन की राजधानी कीव पर मिसाइल हमले शुरू किए और कम से कम दो आवासीय भवनों को निशाना बनाया। बाइडेन ने रूस की कार्रवाइयों की निंदा की और इसे बर्बरता करार दिया। अन्य नेताओं ने गठबंधन की एकता की बाइडेन द्वारा प्रशंसा किए जाने का स्वागत किया।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल