केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में सिकंदराबाद में हुई हिंसा के लिए लोगों को उकसाने के आरोपों का सामना कर रहे अवुला सुब्बाराव को रेलवे की अदालत ने शनिवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
साईं डिफेंस एकेडमी का संचालन करने वाले सुब्बाराव की पहचान पुलिस ने सिकंदराबाद हिंसा के मुख्य सूत्रधार के रूप में की है। सुब्बाराव और उनके तीन अनुयायियों मल्लारेड्डी, शिवा और बीसी रेड्डी को पुलिस ने गिरफ्तार कर आज दोपहर रेलवे कोर्ट में पेश किया।
दलीलें सुनने के बाद और पुलिस रिपोर्ट के आधार पर रेलवे कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। चारों के खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 25 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने पाया कि उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप बनाए थे और तबाही मचाने की साजिश रची थी। पुलिस ने बाद में सुब्बाराव और उनके अनुयायियों को रेलवे कोर्ट से चंचलगुडा जेल स्थानांतरित कर दिया।
रेलवे पुलिस अधीक्षक अनुराधा के अनुसार अग्निपथ योजना के विरोध में गत 17 जून को सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हिंसक आंदोलन के बारे में साई डिफेंस अकादमी के निदेशक आवुला दौरा सुब्बा राव ने साजिश रची थी। यह बात उसने पुलिस के समक्ष पूछताछ के दौरान बताई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार युवाओं को इस योजना के खिलाफ भड़काने के लिए सुब्बा राव ने अपने अनुचरों शिवा, मल्ला रेड्डी, रेडप्पा को काम पर लगाया। इन चारों ने युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से और विभिन्न व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए अग्निपथ योजना के खिलाफ भड़काया और उकसाने वाले दौ मैसेज भेजे। सुब्बा राव ने अपने एक और अनुचर नरेश को आंदोलन में आने वाले युवाओं के लिए भोजन की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
पुलिस ने कहा है कि वर्तमान समय में नरेश फरार है। सुब्बा राव ने पुलिस को बताया कि वह गत 16 जून को ही नरसारावपेट से सिकंदराबाद आ गया और स्थानीय होटल में रुका हुआ था। होटल में 17 जून को सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हिंसात्मक आंदोलन करने की रूपरेखा रची गयी थी।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल