शरीर स्वस्थ और फिट रहे इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी लाइफस्टाइल और आहार पर विशेष रूप से ध्यान देते रहे। आहार विशेषज्ञ बताते हैं, अगर हम सभी सिर्फ खानपान में ही सुधार कर लें तो कई प्रकार की गंभीर और क्रोनिक बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। आहार में गड़बड़ी से संबंधित कई अध्ययनों में ‘व्हाइट पॉइजन’ यानी सफेद जहर को लेकर लोगों को सावधान किया जाता रहा है।
‘व्हाइट पॉइजन’ यानी चीनी और नमक के अधिक सेवन को मौजूदा समय में तेजी से बढ़ती कई क्रोनिक बीमारियों के लिए प्रमुख कारण माना जा रहा है।
आहार विशेषज्ञ कहते हैं, नमक और चीनी के अधिक सेवन से डायबिटीज से लेकर हाइपरटेंशन और इंफ्लामेशन जैसी गंभीर समस्याओं का जोखिम रहता है। इससे अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों तरह की स्वास्थ्य विकारों का जोखिम देखा जाता रहा है। अगर आप भी इनका अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो सावधान हो जाइए।
चीनी और नमक के कारण होने वाली समस्याएं
आहार विशेषज्ञ गरिमा तनेजा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बताया, चीनी और नमक दोनों ही हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। आमतौर पर चीनी को डायबिटीज और नमक को हाई ब्लड प्रेशर का कारक माना जाता है। पर डायबिटीज रोगियों के लिए नमक और ब्लड प्रेशर-हृदय रोगियों के लिए चीनी के भी कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं।
दुर्भाग्यवश भारत में ज्यादातर लोग चीनी और नमक की रोजाना तय मात्रा से कहीं अधिक सेवन करते हैं। इसके कारण शरीर में इंफ्लामेशन और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
ज्यादा चीनी खीने के नुकसान
ज्यादा चीनी खीने के कारण टाइप-2 डायबिटीज के जोखिमों को लेकर सभी जानते हैं, पर क्या आप जानते हैं कि इसका अधिक सेवन आपमें हृदय रोगों के खतरे को भी बढ़ा देता है?
साक्ष्य बताते हैं कि अधिक चीनी वाले आहार से मोटापा और शरीर में सूजन के साथ-साथ ट्राइग्लिसराइड्स, रक्त शर्करा और रक्तचाप के भी बढ़ने का खतरा रहता है। ये सभी हृदय रोग के लिए जोखिम कारक हैं। 25,877 से अधिक वयस्कों पर किए गए एक में पाया गया कि जिन व्यक्तियों ने अधिक मात्रा में ऐडेड शुगर वाली चीजों का सेवन किया, उनमें हृदय रोग और कोरोनरी से संबंधित जटिलताओं का खतरा अधिक देखा गया।
अधिक नमक खाते हैं तो सावधान
अधिक चीनी की ही तरह से ज्यादा नमक खाना भी सेहत के लिए हानिकारक है। नमक की अधिकता के कारण ब्लड प्रेशर तो बढ़ता ही है इसके अलावा इसे पेट के कैंसर को बढ़ाने वाला कारक भी माना जाता है।
268,000 से अधिक प्रतिभागियों पर किए गए में पाया गया कि जो लोग प्रतिदिन 3 ग्राम तक नमक का सेवन करते हैं, उनमें पेट के कैंसर का जोखिम उन लोगों की तुलना में 68% अधिक हो सकता है, जो प्रतिदिन 1 ग्राम या इससे कम नमक खाते हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
आहार विशेषज्ञ बताते हैं, नमक और चीनी के कारण होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को देखते हुए इसे ‘व्हाइट पॉइजन’ कहा जाता है। नमक हमारी हड्डियों से कैल्शियम को सोख लेता है जबकि चीनी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज करती है और अवसाद का कारण बनती है। शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार की सेहत को ठीक रखने के लिए जरूरी है कि दैनिक आहार से नमक और चीनी दोनों की मात्रा कम कर लें।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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