रियल एस्टेट के आंकड़ों का विश्लेषण करने वाली कंपनी प्रॉपइक्विटी के मुताबिक, आठ प्रमुख शहरों मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), बंगलूरू, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, पुणे चेन्नई, कोलकाता और अहमदाबाद में जनवरी-मार्च, 2023 में 63,787, 2019 में 2,26,414 किफायती मकान बिके थे। 2020 में कोविड महामारी के बीच बिक्री घटकर 1,88,233 इकाई रह गई।
देश के आठ प्रमुख शहरों में जनवरी-मार्च तिमाही में 60 लाख रुपये तक की कीमत वाले किफायती मकानों की बिक्री चार फीसदी घटकर 61,121 इकाई रह गई है। कम आपूर्ति और लग्जरी अपार्टमेंट की अधिक मांग से किफायती मकानों की बिक्री में गिरावट आई है।
रियल एस्टेट के आंकड़ों का विश्लेषण करने वाली कंपनी प्रॉपइक्विटी के मुताबिक, आठ प्रमुख शहरों मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), बंगलूरू, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, पुणे चेन्नई, कोलकाता और अहमदाबाद में जनवरी-मार्च, 2023 में 63,787 किफायती मकान बिके थे।
आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में 2,26,414 किफायती मकान बिके थे। 2020 में कोविड महामारी के बीच बिक्री घटकर 1,88,233 इकाई रह गई। हालांकि, 2021 व 2022 में बिक्री में तेजी आई और यह बढ़कर क्रमशः 2,17,274 एवं 2,51,198 इकाई पर पहुंच गई।
मुंबई को छोड़ सभी शहरों में घटी बिक्री
- मुंबई में किफायती मकानों की बिक्री बढ़कर 28,826 इकाई पर पहुंच गई।
- दिल्ली-एनसीआर में बिक्री 2,774 से कम होकर 1,199 इकाई रह गई।
- पुणे में बिक्री घटकर 12,299 और अहमदाबाद में 6,892 इकाई रह गई।
- हैदराबाद में किफायती मकानों की बिक्री कम होकर 3,360 इकाई रह गई।
- चेन्नई, कोलकाता और बंगलूरू में भी किफायती मकानों की बिक्री में गिरावट देखने को मिली है।
नई आपूर्ति में 37.90 फीसदी की कमी
आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी-मार्च, 2024 के दौरान देश के इन आठ शहरों में 60 लाख रुपये तक के नए मकानों की आपूर्ति 37.90 फीसदी घटकर 33,420 इकाई रह गई। एक साल पहले की समान अवधि में इन शहरों में कुल 53,818 नए किफायती मकानों की आपूर्ति की गई थी।
लग्जरी परियोजनाओं में लाभ मार्जिन अधिक
प्रॉपइक्विटी का कहना है कि आवासीय संपत्तियों की बढ़ती मांग का लाभ उठाने के लिए बिल्डर्स लग्जरी अपार्टमेंट पेश करने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। लग्जरी परियोजनाओं में लाभ मार्जिन किफायती की तुलना में अधिक है।