मार्च 2024 के अंत में आउटस्टैंडिग NRI जमा 2.15 अरब डॉलर बढ़कर 151.87 अरब डॉलर हो गया, जो फरवरी 2024 में 149.72 अरब डॉलर था।
प्रवासी भारतीयों (NRI) द्वारा जमा किए जाने वाले धन की आवक वित्त वर्ष 2024 में 63.55 प्रतिशत बढ़कर 14.7 अरब डॉलर हो गई है, जो वित्त वर्ष 2023 में 8.98 अरब डॉलर थी।
इसके पहले का सबसे ऊंचा स्तर वित्त वर्ष 2016 में 15.97 अरब डॉलर का था। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा धन विदेशी मुद्रा प्रवासी (FCNR) खातों में आया है। FCNR खातों में वित्त वर्ष 2024 में 6.37 अरब डॉलर आए हैं, जो इसके पहले के वित्त वर्ष 2023 के दौरान 2.44 अरब डॉलर था। वित्त वर्ष 2024 के यह अनंतिम आंकड़े हैं।
मार्च 2024 के अंत में आउटस्टैंडिग NRI जमा 2.15 अरब डॉलर बढ़कर 151.87 अरब डॉलर हो गया, जो फरवरी 2024 में 149.72 अरब डॉलर था। सालाना ट्रेंड देखें तो मार्च 2023 के अंत में एनआरआई जमा 138.87 अरब डॉलर से बढ़ा है।
मार्च 2024 में FCNR जमा 25.73 अरब डॉलर था, जो फरवरी 2024 के 24.90 अरब डॉलर से अधिक है। यह मार्च 2023 के अंत के 19.36 अरब डॉलर की तुलना में अधिक है।
प्रवासी बाहरी (NRI) जमा मार्च 2024 में 98.62 अरब डॉलर था, जो फरवरी 2024 के 97.68 अरब डॉलर और मार्च 2023 के अंत के 95.81 अरब डॉलर की तुलना में ज्यादा है।
प्रवासी सामान्य (Non-Resident Ordinary यानी ARO) जमा मार्च 2024 में बढ़कर 27.52 अरब डॉलर हो गया, जो फरवरी 2024 के 27.14 अरब डॉलर और एक साल पहले के 23.69 अरब डॉलर की तुलना में अधिक है।