टीकमगढ़ के नगर जतारा में समय से नाबालिग बालिका का पोस्टमॉर्टम न होने से नाराज परिजनों ने टीकमगढ़-जतारा मार्ग पर शव को रखकर जाम लगा दिया। वहीं, आठ घंटे बाद हुआ बालिका का पोस्टमॉर्टम हुआ।
टीकमगढ़ जिले में पुलिस थाना जतारा के अंतर्गत आने वाले मुहारा गांव की रहने वाली एक नाबालिग ने जहर खा लिया था, जिसकी हालत बिगड़ने पर पहले जतारा इसके बाद टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय और टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय से उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इसके बाद परिजन सोमवार सुबह शव को लेकर नजदीकी सरकारी अस्पताल जतारा पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई करने के बाद सुबह सात बजे लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जतारा भेज दिया। लेकिन जब दोपहर दो बजे तक नाबालिग का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ तो गुस्साए परिजनों ने टीकमगढ़-जतारा मार्ग पर शव को रखकर जाम लगा दिया। जतारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी का कहना था कि कोई महिला डॉक्टर नहीं होने के कारण समय से पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया। इसकी सूचना उन्होंने सीएमएचओ टीकमगढ़ को दे दी है।
विधायक के भाई ने किया हस्तक्षेप तो पहुंची महिला डॉक्टर
जतारा विधानसभा से भाजपा के विधायक ओर पूर्व मंत्री हरिशंकर खटीक के छोटे भाई, भाजपा नेता सुनील खटीक ने जब इस संबंध में सीएमएचओ और टीकमगढ़ के कलेक्टर से बात की। इसके बाद टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से महिला चिकित्सक को जतारा भेजा गया, जिसके चलते करीब 3:30 बजे नाबालिक का पोस्टमॉर्टम हुआ। इसके बाद उन्होंने चक्का जाम समाप्त कर दिया।
नाबालिग के परिजनों ने बताया कि एक दिन पूर्व सुबह 10 बजे घर में जहरीला पदार्थ खा लिया था। हालत बिगड़ने पर पहले उसे तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जतारा ले गए, जहां से डॉक्टरों द्वारा उसे जिला चिकित्सालय टीकमगढ़ भेजा गया। टीकमगढ़ में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर द्वारा उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में जतारा पुलिस ने मर्ग कायम करके मामले को विवेचना में लिया है।