मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश ही नहीं पूरी दुनिया 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव की साक्षी बनेगी। ऐसे में इसे भव्य और दिव्य स्वरूप देने में कोई कसर नहीं छोड़नी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को अलौकिक बनाना है। इस दौरान अयोध्या को स्वच्छता, सुरक्षा व सेवाभाव का मानक बनाना होगा। हर वीवीआईपी के साथ एक लाइजनिंग अफसर की तैनाती की जाए। वीवीआईपी से संवाद के लिए कॉल सेंटर 24 घंटे सक्रिय रहें। अयोध्या धाम में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये आगामी छह माह की कार्ययोजना बनाई जाए। एक फरवरी को प्रदेश सरकार के सभी मंत्री एक साथ रामलला का दर्शन-पूजन कर पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे।
सीएम योगी शुक्रवार को तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अयोध्या की सुरक्षा के लिए प्रदेश के साथ केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां मौजूद हैं। ऐसे में अस्थायी पुलिस लाइन बनाया जाए। यहां इन एजेंसियों के अफसरों व कर्मियों के रहने व खाने के प्रबंध होने चाहिए। हर प्रकार के वाह्य और आंतरिक सुरक्षा की आशंकाओं के दृष्टिगत कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जाएं। रेड व यलो जोन में पेट्रोलिंग बढ़ाएं।
विशिष्ट अहसास के साथ लौटै अतिथि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश ही नहीं पूरी दुनिया 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव की साक्षी बनेगी। ऐसे में इसे भव्य और दिव्य स्वरूप देने में कोई कसर नहीं छोड़नी है। हर कदम पर इस तरह की व्यवस्था की जाए कि समारोह में आने वाले विशिष्ट अतिथि सुखद अहसास लेकर वापस लौटें।
सीएम योगी ने शुक्रवार को राम मंदिर का निरीक्षण कर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों को परखने के दौरान ये निर्देश दिए। उन्होंने समूचे मंदिर परिसर का भ्रमण कर यहां पर की जा रहीं व्यवस्थाओं को देखा। विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक दिनेश से विभिन्न इंतजामों के संबंध में जानकारी ली। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों से भी चर्चा की। विराजमान रामलला के दर्शन कर परिक्रमा की और आरती में शामिल हुए। साथ ही अनुष्ठान में भी शिरकत की। इसके पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किया। दर्शन-पूजन के दौरान उनके साथ कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, सांसद लल्लू सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्त, रामचंद्र यादव व डॉ. अमित सिंह चौहान मौजूद रहे।
पंचवटी आश्रय स्थल व टेंट सिटी का लिया जायजा
मुख्यमंत्री ने अयोध्या नगर निगम की ओर से संचालित पंचवटी आश्रय स्थल व अयोध्या धाम में स्थित दो अन्य टेंट सिटी का मुआयना किया। यहां पर श्रद्धालुओं के लिए की जा रही व्यवस्थाओं को जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिया कि टेंट सिटी में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए।