शादी के पवित्र बंधन में बंधने के लिए ग्रह नक्षत्र के अनुसार शुभ लग्न का होना जरूरी है। मकर सक्रांति के साथ ही अब खरमास खत्म हो गया है। ऐसे में फिर से शादी-विवाह की शुरुआत आज से हो जाएगी। नए साल में अब बैंड-बाजा और बारात की धुन चारों ओर सुनाई देगी।
मकर संक्रांति के साथ ही खरमास खत्म हो गया। मंगलवार यानी आज से शहनाई की धुन के साथ बैंडबाजे बजेंगे। वैवाहिक और मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। जनवरी में शादी के शुद्ध शुभ मुहूर्त पांच ही हैं। विवाह के लग्न और नक्षत्र के अनुसार शादियों के मुहूर्त बनने हैं। जनवरी में 16, 17, 20, 21, 22, 27, 28, 29, 30, 31 शादी के शुभ मुहूर्त हैं।
पंचांगों के अनुसार इस साल शादी के शुभ मुहूर्त कम पड़ रहे हैं। जनवरी, फरवरी और मार्च में ही ज्यादा है। बाकी अन्य महीनों में 28 ही लग्न बन रहे हैं। जबकि 23 साल बाद शुक्र के अस्त होने से मई और जून में कोई लग्न नहीं है।
इस बार कुल 67 दिन ही लग्न बन रहे हैं। सबसे अधिक 20 मुहूर्त फरवरी में हैं। ज्योतिषविद विमल जैन और आचार्य दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री के अनुसार इस बार साल के शुरू में ही लग्न हैं।