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वनवासी समाज की महिला को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने पर हर्ष

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राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) द्वारा राष्ट्रपति पद के देश के इतिहास में पहली बार वनवासी समाज की द्रोपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाए जाने पर विचार परिवार के कार्यकर्ताओं में हर्ष का माहौल है। उम्मीदवार के नाम की घोषणा होते ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं उसके तमाम अनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ताओं में खुशी है।

केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह, राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा, वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष शंभू कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष राज किशोर सिंह, अभाविप के जिला संयोजक सोनू सरकार, नगर मंत्री पुरुषोत्तम कुमार, क्रीड़ा भारती के मंत्री रणधीर कुमार एवं विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री विकास भारती आदि ने कहा है कि यह सरकार नित नया अध्याय गढ रही है, देश के इतिहास में पहली बार वनवासी समाज के लिए 20 वर्षों से भी अधिक समय तक करा संघर्ष करने वाली महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर साबित कर दिया है कि सेवा और समर्पण ही मूल मंत्र है।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि पहली बार किसी आदिवासी प्रत्याशी को वरीयता दी गई है। भाजपा ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू को एनडीए उम्मीदवार घोषित किया है। भाजपा ने देश और समाज को एक बहुत ही सकारात्मक और पावरफूल संदेश देने का काम किया है।

प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा कि स्वभाव से सहज और सामाजिक सरोकारों से युक्त द्रौपदी मुर्मू जी को एनडीए की ओर से राष्ट्रपति का प्रत्याशी बनाए जाने पर अभिनंदन। आदिवासी (वनवासी) समाज ने अपनी ऐतिहासिक भूमिका से राष्ट्रीय जीवन में विशेष स्थान अर्जित किया है। उनका राष्ट्र की अस्मिता में योगदान सभी प्रतिकूलताओं के बावजूद दृढ़ता के साथ बना रहा। लंबे समय से वे गणतंत्र में उपेक्षित रहे, लेकिन 2014 के बाद स्थिति बदली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया। यह उनकी ऐतिहासिक राष्ट्रवादी भूमिका का सम्मान था और अब उसी समाज की द्रौपदी मुर्मू भारतीय गणतंत्र की प्रथम नागरिक बनेंगी।

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