पुलिस एसआईटी की ओर से अब तक आरोपियों की करीब 21 करोड़ की चल अचल संपत्ति को जब्त किया जा चुका है।
क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में मुख्य आरोपियों की संपत्ति सीज के बाद अब पुलिस एसआईटी ने एजेंटों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। ठगी मामले में एजेंटों की भी दो करोड़ की संपत्ति को सीज किया गया है। पुलिस एसआईटी की ओर से अब तक आरोपियों की करीब 21 करोड़ की चल अचल संपत्ति को जब्त किया जा चुका है। 2500 करोड़ रुपये के इस घोटाले में अब तक 19 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि मुख्य आरोपी सुखदेव, हेमराज, अभिषेक के खिलाफ शिमला कोर्ट में चालान पेश किया जा चुका है। क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में एक लाख लोगों की ढाई लाख आईडी से लेन-देन की जानकारी मिली है।
इन आरोपियों का राजस्व विभाग और आयकर विभाग से रिकॉर्ड जुटाया गया है। हालांकि एसआईटी का मानना है कि धर्मशाला विधानसभा सत्र के चलते जांच धीमी पड़ गई थी। सत्र के दौरान पुलिस की टीम सत्र के दौरान धर्मशाला में सेवाएं दे रही थी, अब पुलिस ने जांच तेज कर दी है। एसआईटी का दावा है कि इस मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां होनी हैं। आरोपी जहां भी छिपे होंगे, उन्हें पकड़कर सामने लाया जाएगा। सुभाष और मेरठ का इंजीनियर दुबई में छिपा है। उसे हिमाचल लाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। विदेश मंत्रालय से इस बारे में लिखित विचार-विमर्श चल रहा है। डीआईजी अभिषेक दुल्लर ने कहा कि दो करोड़ से ज्यादा की संपत्ति वाले एजेंटों की खिलाफ की जांच शुरू की गई है। आय से अधिक संपत्ति पाए जाने पर जब्त की जाएगी।