मृणाल ठाकुर ने ‘लव सोनिया’, ‘सुपर 30’, ‘बाटला हाउस’ और ‘सीता रामम’ जैसी फिल्मों में काम करके अपनी अलग पहचान बनाई है। अब उन्होंने फिल्म ‘आंख मिचोली’ से कॉमेडी शैली में हाथ आजमाया है। इस फिल्म में परेश रावल भी अहम रोल में नजर आए हैं। हाल ही में एक मीडिया बातचीत के दौरान मृणाल ठाकुर ने परेश रावल के साथ काम करने का अनुभव साझा किया।
मृणाल ठाकुर ने ‘आंख मिचोली’ के बाद भी आगे कॉमेडी फिल्मों में काम करने की इच्छा जताई है। फिल्म में परेश रावल के साथ काम करने का अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा, ‘यह एक तरह से कॉमेडी स्कूल में रहने जैसा था, वह भी इस फायदे के साथ जिसमें उनसे सीखने के साथ-साथ उस सीखने का भुगतान भी मिला’। मृणाल के मुताबिक हर सीन में एक सीखने की प्रक्रिया थी। कॉमेडी शैली में वह और उनके को-स्टार अभिमन्यु दसानी दोनों ही नए थे।
मृणाल ने आगे कहा, ‘हम हमेशा लाइनों पर कायम रहेंगे। परेश रावल जी ने हमें सिखाया कि आपको लाइनें रटने की जरूरत नहीं है। आपको सिर्फ प्रवाह में बोलना है। अगर आप एलर्ट नहीं रहेंगे तो कोई और इसे ले जाएगा’।
मृणाल का कहना है कि वह आगे और कॉमेडी फिल्में करने के लिए उत्साहित हैं, खासकर ‘आंख मिचोली’ के निर्देशक से तारीफ पाने के बाद वह आगे भी कॉमेडी फिल्में करने की इच्छुक हैं। मृणाल ने बताया कि फिल्म के निर्देशक उमेश शुक्ला ने उनकी कॉमिक टाइमिंग की काफी तारीफ की।
कॉमेडी को लेकर मृणाल ने अपनी व्यक्तिगत प्राथमिकताएं भी साझा कीं, उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा मजाक पसंद नहीं, जिसमें किसी को अपमानित किया जाए, किसी की शारीरिक काया का मजाक बनाया जाए। मृणाल ने कहा कि इस किस्म के अपमानित करने वाले मजाक को वह खुद हैंडल नहीं कर पाती हैं, और इस पर कई बार ऐसी प्रतिक्रिया देती हैं, जिसकी उम्मीद नहीं होती। इसके अलावा उन्हें राजनीतिक चुटकुले भी पसंद नहीं हैं।