आसमान पर गरजती रशियन मिसाइलों और बमों के धमाकों से दहल रहे यूक्रेन ने रूस के लिए जासूस करने के संदेह में देश के कई लोगों को हिरासत में लिया है। यूक्रेन की सुरक्षा सेवा ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सुरक्षा सेवा के मुताबिक रूसी जासूसी नेटवर्क के सदस्य होने के संदेह में देश के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, उद्योगपतियों समेत कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। यूक्रेन की सुरक्षा सेवा ने अपरिहार्य कारणों से इनके नामों का खुलासा करने से इनकार कर दिया।
इस बीच यूक्रेन में बंधक बनाए गए दो अमेरिकी नागरिकों को रूस के प्रभाव वाले डोनेस्क में रखा गया है। अगर इंटरफैक्स की रिपोर्ट सही साबित हुई तो एंडी और एलेक्जेंडर पर झूठे आरोप लगाए जा सकते हैं। इससे पहले ब्रिटिश नागरिकों को युद्ध छेड़ने के आरोप में फंसी की सजा सुनाई जा चुकी है। इस बारे में रूस ने कहा है कि दोनों को कहां रखा गया है, इसकी जानकारी नहीं है। क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि यह दोनों आतंकवादी हैं। इन लोगों को जिनेवा समझौते के तहत सुरक्षा प्राप्त नहीं है।
रूस-यूक्रेन युद्ध से चिंतित दुनिया के कई प्रमुख देशों ने रूस पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। ब्रिटेन भी ऐसे देशों में शामिल है। अब ब्रिटेन की विदेश मंत्री लीज ट्रस ने कहा है कि उनका देश यूक्रेन से रूसी सेना की पूरी तरह वापसी तक मास्को पर और प्रतिबंध लगाएगा। ब्रिटेन, यूक्रेन को और हथियार उपलब्ध कराने और रूस को पीछे धकेलने के लिए प्रतिबद्ध है।
रूस के आक्रमण का सामना कर रहे यूक्रेन के शिक्षा मंत्री शेरही शकारलेट ने कहा है कि हमले के बाद से अबतक उनके देश के 900 से ज्यादा शिक्षक सेना में शामिल हो चुके हैं। इनमें 513 शिक्षक पूर्ण प्रशिक्षित हैं। जबकि 377 से ज्यादा शिक्षक प्रशिक्षण ले रहे हैं।
उधर, रूस अभी तक पूर्वी यूक्रेन पर पूरी तरह कब्जा नहीं कर सका है। इस क्षेत्र पर कब्जे के लिए उसने पूरी ताकत झोंकते हुए बमबारी तेज कर दी है। लुहांस्क क्षेत्र के गवर्नर शेरही हैदरी ने कहा, ‘सबकुछ जल रहा है।’ हफ्तों की लड़ाई के बाद भी रूस सीविरोडोनेस्क स्थित अजोट केमिकल प्लांट पर कब्जा करने में नाकाम रहा है। यहां 500 से ज्यादा यूक्रेन के नागरिक शरण लिए हुए हैं।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल