सीमा पर पूर्ण चौकियों में आवास, रसद सहायता और नवीनतम उपकरणों के साथ युद्धक कार्यों के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा भी उपलब्ध होगा। गृह मंत्रालय की तरफ से पिछले हफ्ते जारी नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में इस कदम के बारे में बताया गया है।
भारत ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगती सीमाओं पर 509 पूर्ण सीमा चौकियां (बीओपी) स्थापित करने का फैसला किया है। इनके निर्माण से सीमा पार से अपराधियों, आतंकियों की घुसपैठ रोकने के अलावा सीमा के उल्लंघन और अतिक्रमण जैसी गतिविधियों पर भी पुख्ता तरीके से नकेल कसी जा सकेगी। केंद्रीय मंत्रालय की तरफ से स्वीकृत योजना के तहत 383 चौकियां भारत-बांग्लादेश सीमा पर और 126 भारत-पाकिस्तान सीमा पर बनाई जानी है।
विभिन्न सुविधाओं और नवीनतम उपकरणों से लैसे ये चौकियां सीमा सुरक्षा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के लिए काफी मददगार साबित होंगी, जो 3,323 किलोमीटर लंबी भारत-पाकिस्तान सीमा और 4,096.7 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा की रक्षा की जिम्मेदारी संभालता है।
वार्षिक रिपोर्ट में हुआ जिक्र
सीमा पर पूर्ण चौकियों में आवास, रसद सहायता और नवीनतम उपकरणों के साथ युद्धक कार्यों के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा भी उपलब्ध होगा। गृह मंत्रालय की तरफ से पिछले हफ्ते जारी नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में इस कदम के बारे में बताया गया है।
इसमें बताया गया है कि एक पूर्ण सीमा चौकी में कम से कम एक जवान बैरक, एक किचन, एक डाइनिंग हॉल, एक गैरेज, एक जेनरेटर रूम, एक टॉयलेट ब्लॉक, एक प्रशासनिक ब्लॉक, वायरलेस रूम, एक हथियार कक्ष और किसी भी हमले की स्थिति से निपटने के लिए छह पक्के बंकर और इलाज संबंधी सुविधाएं होंगी।