उसके प्रत्याशियों ने 12 सीटों पर जीत हासिल की है। दस सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही है। भाजपा को इस चुनाव में बुरी तरह पराजय का सामना करना पड़ा है। उसके मात्र दो प्रत्याशी जीत सके हैं। आप का खाता बंद ही रहा।
लद्दाख पहाड़ी स्वायत्त विकास परिषद कारगिल (एलएएचडीसी) चुनाव में नेकां सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। उसके प्रत्याशियों ने 12 सीटों पर जीत हासिल की है। दस सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही है। भाजपा को इस चुनाव में बुरी तरह पराजय का सामना करना पड़ा है। उसके मात्र दो प्रत्याशी जीत सके हैं और आप का खाता ही नहीं खुला।
भाजपा का चुनाव में चेहरा बने जम्मू कश्मीर विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष हाजी अनायत अली को पोईन से नेकां प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा। आप को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली। उसने अपने चार प्रत्याशी पहली बार चुनाव में खड़े किए थे। दो सीटों पर निर्दलीयों ने भी कब्जा किया। नई परिषद का गठन 11 अक्तूबर से पहले होगा।
कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हुई। सभी सीटों पर कांग्रेस, नेकां व भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था। 30 सदस्यीय परिषद के लिए 26 सीटों पर चुनाव हुआ था, जिसमें 85 प्रत्याशी मैदान में थे। चार सीटों के लिए मनोनयन होगा। वर्तमान अध्यक्ष नेकां के फिरोज अहमद खान भी चुनाव जीत गए हैं। उनका पांच साल का कार्यकाल एक अक्तूबर को समाप्त हो गया है।
चार अक्तूबर को हुए चुनाव में 77.61 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले थे। कुल 95388 मतदाताओं में से 74026 ने वोट डाले थे। 278 बूथों पर पहली बार ईवीएम के जरिये मतदान हुआ था। नौ चरणों में मतगणना की प्रक्रिया कराई गई। प्रत्येक चरण में तीन सीटों के लिए गिनती हुई।
नेकां व कांग्रेस ने चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की थी, लेकिन यह गठबंधन कायम नहीं रह सका। नेकां ने 17 तो कांग्रेस ने 22 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जबकि आप पहली बार चार सीटों पर भाग्य आजमा रही थी।
लद्दाख पहाड़ी स्वायत्त विकास परिषद कारगिल (एलएएचडीसी) चुनाव में नेकां सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। उसके प्रत्याशियों ने 12 सीटों पर जीत हासिल की है। दस सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही है। भाजपा को इस चुनाव में बुरी तरह पराजय का सामना करना पड़ा है। उसके मात्र दो प्रत्याशी जीत सके हैं और आप का खाता ही नहीं खुला।
भाजपा का चुनाव में चेहरा बने जम्मू कश्मीर विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष हाजी अनायत अली को पोईन से नेकां प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा। आप को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली। उसने अपने चार प्रत्याशी पहली बार चुनाव में खड़े किए थे। दो सीटों पर निर्दलीयों ने भी कब्जा किया। नई परिषद का गठन 11 अक्तूबर से पहले होगा।
कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हुई। सभी सीटों पर कांग्रेस, नेकां व भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था। 30 सदस्यीय परिषद के लिए 26 सीटों पर चुनाव हुआ था, जिसमें 85 प्रत्याशी मैदान में थे। चार सीटों के लिए मनोनयन होगा। वर्तमान अध्यक्ष नेकां के फिरोज अहमद खान भी चुनाव जीत गए हैं। उनका पांच साल का कार्यकाल एक अक्तूबर को समाप्त हो गया है।
चार अक्तूबर को हुए चुनाव में 77.61 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले थे। कुल 95388 मतदाताओं में से 74026 ने वोट डाले थे। 278 बूथों पर पहली बार ईवीएम के जरिये मतदान हुआ था। नौ चरणों में मतगणना की प्रक्रिया कराई गई। प्रत्येक चरण में तीन सीटों के लिए गिनती हुई।
नेकां व कांग्रेस ने चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की थी, लेकिन यह गठबंधन कायम नहीं रह सका। नेकां ने 17 तो कांग्रेस ने 22 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जबकि आप पहली बार चार सीटों पर भाग्य आजमा रही थी।