राज्यपाल आरएन रवि ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा, इस महीने की नौ और दस तारीख को दुनिया ने नई दिल्ली में ‘सनातन उत्सव’ मनाया, क्योंकि हमने जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी।
सनातन धर्म के खिलाफ द्रमुक नेता उदनिधि स्टालिन के बयान पर बवाल अभी थमा नहीं है। इस बीच, तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने बुधवार को कहा कि भारत ने वसुधैव कुटुंबकम (एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य) थीम के तहत जी-20 शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी की है। इसने दुनिया को सनातन को स्वीकार करने और उसका जश्न मनाने के लिए प्रेरित किया है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।
उदयनिधि स्टालिन ने दिया था विवादित बयान
द्रमुक मंत्री पर निशाना साधते हुए राज्यपाल ने कहा कि सनातन अविनाशी है। इससे पहले चेन्नई में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उदयनिधि ने सनातन की तुलना मच्छरों, डेंगू, मलेरिया, बुखार और कोरोना से की थी और इसे खत्म करने का आह्वान किया था।
‘दुनिया मना रही सनातन उत्सव’
रवि ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा, इस महीने की नौ और दस तारीख को दुनिया ने नई दिल्ली में ‘सनातन उत्सव’ मनाया, क्योंकि हमने जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी। भारत की मेजबानी में जी-20 शिखर सम्मेलन सनातन मूल्यों, सनातन धर्म, वसुधैव कुटुंबकम के प्रति पूरी प्रतिबद्धता के साथ किया गया। आज दुनिया ने सनातन उत्सव मनाना शुरू कर दिया है।
रवि ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा, इस महीने की नौ और दस तारीख को दुनिया ने नई दिल्ली में ‘सनातन उत्सव’ मनाया, क्योंकि हमने जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी। भारत की मेजबानी में जी-20 शिखर सम्मेलन सनातन मूल्यों, सनातन धर्म, वसुधैव कुटुंबकम के प्रति पूरी प्रतिबद्धता के साथ किया गया। आज दुनिया ने सनातन उत्सव मनाना शुरू कर दिया है।
‘अविनाशी है सनातन धर्म’
राज्यपाल ने कहा, कुछ लोग तरह-तरह की नकारात्मक टिप्पणियां करके सनानत के विचारों और मान्यताओं को विकृत करते हैं। वे अपने स्वार्थ के लिए ऐसा करते हैं। वे सनातन के मूल्यों की अवहेलना करते हैं। हालांकि, सनातन अविनाशी है।
राज्यपाल ने कहा, कुछ लोग तरह-तरह की नकारात्मक टिप्पणियां करके सनानत के विचारों और मान्यताओं को विकृत करते हैं। वे अपने स्वार्थ के लिए ऐसा करते हैं। वे सनातन के मूल्यों की अवहेलना करते हैं। हालांकि, सनातन अविनाशी है।
‘भारत की मूल ताकत सनातन में निहित’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमें अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागृत और सतर्क रहना होगा। अगर कोई इसे (सनातन) खत्म करने या नुकसान पहुंचाने की बात करता है, तो हमें यह महसूस करना चाहिए कि वह देश को तोड़ने के लिए एजेंडा चला रहा है।’ इस बात पर जोर देते हुए कि भारत की मूल ताकत सनातन में निहित है, उन्होंने दावा किया कि राष्ट्र विरोधी तत्व देश के मूल पर हमला करने का प्रयास कर रहे हैं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमें अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागृत और सतर्क रहना होगा। अगर कोई इसे (सनातन) खत्म करने या नुकसान पहुंचाने की बात करता है, तो हमें यह महसूस करना चाहिए कि वह देश को तोड़ने के लिए एजेंडा चला रहा है।’ इस बात पर जोर देते हुए कि भारत की मूल ताकत सनातन में निहित है, उन्होंने दावा किया कि राष्ट्र विरोधी तत्व देश के मूल पर हमला करने का प्रयास कर रहे हैं।’
‘सनातन धर्म की उपज है भारत’
उन्होंने आगे कहा, ‘अंग्रेजों ने यही किया या करने की कोशिश की। वे भारत को तोड़ने में सफल रहे। विभाजन के बाद देश दो हिस्सों में बंट गया। भारत एक और विभाजन बर्दाश्त नहीं कर सकता।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा संविधान कहता है..’इंडिया दैट इज भारत’। भारत सनातन धर्म की उपज है। दुर्भाग्य से अंग्रेजों के जाने के बाद हमने नागरिकों को यह समझाने के लिए बहुत कुछ नहीं किया कि भारत क्या है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘अंग्रेजों ने यही किया या करने की कोशिश की। वे भारत को तोड़ने में सफल रहे। विभाजन के बाद देश दो हिस्सों में बंट गया। भारत एक और विभाजन बर्दाश्त नहीं कर सकता।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा संविधान कहता है..’इंडिया दैट इज भारत’। भारत सनातन धर्म की उपज है। दुर्भाग्य से अंग्रेजों के जाने के बाद हमने नागरिकों को यह समझाने के लिए बहुत कुछ नहीं किया कि भारत क्या है।’
राज्यपाल से मिला वीएचपी का प्रतिनिधिमंडल
तमिलनाडु के राजभवन ने जानकारी दी है कि विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल रवि से मुलाकात की और संविधान के नाम पर शपथ लेने वाले व्यक्तियों द्वारा तमिलनाडु में सनातन धर्म के खिलाफ चल रहे अभियान पर अपनी गंभीर चिंता जताते हुए एक ज्ञापन सौंपा।
तमिलनाडु के राजभवन ने जानकारी दी है कि विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल रवि से मुलाकात की और संविधान के नाम पर शपथ लेने वाले व्यक्तियों द्वारा तमिलनाडु में सनातन धर्म के खिलाफ चल रहे अभियान पर अपनी गंभीर चिंता जताते हुए एक ज्ञापन सौंपा।