कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट में ज्यादातर सीटों पर उन विधायकों को रिपीट कर सकती है। जिनकी सर्वे में रिपोर्ट अच्छी आई है। जिन विधायकों की स्थिति मजबूत बताई जा रही है पहली लिस्ट में उनका नाम हो सकता है।
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की दो सूची जारी होने के बाद अब सारी निगाहें कांग्रेस पार्टी पर आकर टिक गई हैं। भाजपा ने कमजोर सीटों पर भाजपा ने केंद्रीय मंत्री-सांसद को मैदान में उतारा है। ऐसे में अब सभी की नजर कांग्रेस की सूची पर लगी हुई है। आखिर कांग्रेस इन दिग्गज नेताओं के सामने किसे मैदान में उतारेगी। सोमवार को ही कांग्रेस ने दिल्ली में मध्य प्रदेश के उम्मीदवारों को लेकर ने मंथन किया था। अमर उजाला से बातचीत में पार्टी सूत्रों ने कहा कि बीते दिनों दिल्ली-भोपाल में हुई कई बैठक के बाद अधिकांश सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय हो गए हैं। आने वाले कुछ दिनों में उम्मीदवारों का ऐलान हो जाएगा। जो उम्मीदवार हैं उन्हें इशारा कर दिया गया है। वे चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। सोमवार को कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची पर कमलनाथ ने कहा था कि नाम तय होने के बाद हम संभावित प्रत्याशियों को इशारा कर देंगे। सूची तो बाद में आती रहेगी।
इस आधार पर आएगी पहली सूची
जानकारी के अनुसार, कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट में ज्यादातर सीटों पर उन विधायकों को रिपीट कर सकती है। जिनकी सर्वे में रिपोर्ट अच्छी आई है। जिन विधायकों की स्थिति मजबूत बताई जा रही है पहली लिस्ट में उनका नाम हो सकता है। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि इस बार कांग्रेस कुछ विधायकों के टिकट काट कर नए चेहरों को मौका दे सकती है। क्योंकि कई सीटों पर सर्वे रिपोर्ट अच्छी नहीं आई थी। कुछ मौजूदा विधायकों की स्थिति सर्व रिपोर्ट में अच्छी आई है। जिस कारण से इन विधायकों के नाम पहली लिस्ट में हो सकते हैं। दूसरा बड़ा कारण है कि इस सीट पर कांग्रेस में विरोध की संभावना कम दिखाई दे रही है। जिस कारण से इन सीटों पर सहमति बन सकती है। इस बार कांग्रेस का फोकस उन 66 विधानसभा सीटों पर है जहां कांग्रेस दो या उससे ज्यादा चुनाव लगातार हार चुकी है। कमलनाथ ने इस 66 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को सौंपी है। दिग्विजय सिंह इन सीटों का दौरा कर चुके हैं।
कमलनाथ उम्मीदवारों को दे चुके है संकेत
जानकारी के अनुसार, जिन मौजूदा विधायकों को फिर से मैदान में उतारा जा रहा है, उन्हें कमलनाथ ने तैयारी करने का मौखिक आदेश दे दिया है। उन्होंने 8 अगस्त को भोपाल में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा था कि हमें टिकट के दावेदारों के लिए लिस्ट जारी करने की जल्दी नहीं है, जिन्हें टिकट दिया जाना है, उन्हें सूचित कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि मौजूदा 95 में से 74 विधायकों को क्षेत्र में प्रचार करने के लिए कहा जा चुका है।
पार्टी के एक पदाधिकारी के मुताबिक कमलनाथ उम्मीदवारों के चयन में जोखिम लेना नहीं चाहते। यही वजह है कि 20 से अधिक विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरे को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी है। जिन विधायकों की प्रारंभिक सर्वे में रिपोर्ट ठीक नहीं थी, उन्हें क्षेत्र में सक्रिय होकर परफॉर्मेंस सुधारने की हिदायत दी गई थी। इसके बाद हुए दो सर्वे में भी जिन विधायकों के प्रदर्शन में सुधार नहीं आया, उन्हें टिकट नहीं दिया जाएगा।
तीन चरणों में होगी उम्मीदवारों की घोषणा
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस इस बार तीन चरणों में प्रत्याशियों की घोषणा करेगी।
- पहला चरण – उन सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए जाएंगे, जहां उम्मीदवार के नाम को लेकर विरोध नहीं है। इसमें हारी हुई सीटें भी शामिल की जाएगी, ताकि उम्मीदवारों को जनसंपर्क के लिए ज्यादा समय मिल सके।
- दूसरा चरण – उन सीटों पर नामों का ऐलान किया जाएगा, जहां कांग्रेस के विधायक हैं। इसमें उन नामों को घोषित किया जाएगा, जिन्हें कमलनाथ क्षेत्र में तैयारी करने का इशारा कर चुके हैं।
- तीसरा चरण – इसमें शेष सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए जाएंगे। इसमें नए चेहरों के साथ-साथ अन्य दलों से पार्टी में शामिल होने वाले उन नामों की घोषणा की जाएगी, जिन्हें टिकट देने का निर्णय होगा।