इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार अल्पमत में आने के बाद गिर गई। इसके साथ ही देश में बड़ा राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। यह संकट बेनेट और लैपिड के दलों के बीच गठबंधन टूटने के बाद पैदा हुआ है। अब इजरायल साढ़े तीन साल में पांचवीं बार आम चुनाव की ओर बढ़ रहा है।
इजरायल में अक्टूबर के आखिर में चुनाव हो सकते हैं। नफ्ताली बेनेट के साथ एक डील के तहत विदेश मंत्री यायिर लैपिड आने वाले कुछ दिनों के लिए देश की सत्ता संभालेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री और मौजूदा विपक्षी नेता बेंजामिन नेतन्याहू ने सत्ता में लौटने की कसम खाई है।
सोमवार को नफ्ताली बेनेट और यायिर लैपिड संसद भंग करने के लिए सहमत हो गए। संयुक्त बयान में बेनेट और लैपिड ने गठबंधन को तोड़ने की जानकारी दी। इसमें कहा गया कि दोनों संसद भंग करने के लिए एक विधेयक लेकर आएंगे और अक्टूबर में चुनाव होने की उम्मीद है।
नेतन्याहू को सत्ता से हटाकर सरकार बनाते समय बेनेट और लैपिड के बीच एक डील हुई थी जिसके तहत मौजूदा विदेश मंत्री कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहेंगे। इसका मतलब है कि अगले महीने इजरायल दौरे पर आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का स्वागत बेनेट के बजाय लैपिड करेंगे।
इजरायल की अरब पार्टी सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा थी लेकिन सरकार से नाराज चल रही थी। पार्टी का आरोप था कि फिलिस्तीनियों के इलाकों में यहूदियों को बसाया जा रहा है। एक साल पहले सत्ता संभालने के बाद से आठ पार्टियों के गठबंधन को एक साथ रखने में बेनेट विफल रहे।