Rail: बाइडन प्रशासन सऊदी अरब के साथ एक बड़े समझौते के लिए अपने कूटनीतिक प्रयासों को पूरा करना चाहता है, जिसमें 2024 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान से पहले राज्य और इजरायल के बीच एक सामान्यीकरण समझौता शामिल हो सकता है।
अमेरिका, भारत, सऊदी अरब और अन्य देशों के नेता रेल नेटवर्क और बंदरगाहों से जुड़े संभावित बुनियादी ढांचे के सौदे पर बातचीत कर रहे हैं, मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गई है। एक वैश्विक समाचार एजेंसी के अनुसार, बातचीत की जानकारी सबसे पहले अमेरिकी न्यूजलेटर एक्सियोस में दी गई थी। अमेरिकी न्यूजलेटर के अनुसार, यह नई परियोजना महत्वपूर्ण पहल हो सकती है जिसे व्हाइट हाउस मध्य पूर्व में आगे बढ़ा रहा है जहां चीन का प्रभाव बढ़ रहा है और मध्य पूर्व के देश बीजिंग के बेल्ट एंड रोड विजन का एक प्रमुख हिस्सा हैं।
बाइडन प्रशासन सऊदी अरब के साथ एक बड़े समझौते के लिए अपने कूटनीतिक प्रयासों को पूरा करना चाहता है, जिसमें 2024 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान से पहले राज्य और इजरायल के बीच एक सामान्यीकरण समझौता शामिल हो सकता है। सूत्रों ने कहा कि एक्सियोस के अनुसार, इस परियोजना से रेलवे के नेटवर्क के माध्यम से लेवेंट और खाड़ी में अरब देशों को जोड़ने की उम्मीद है जो खाड़ी में बंदरगाहों के माध्यम से भारत से भी जुड़ेगा।
एक्सियोस ने दो सूत्रों के हवाले से कहा कि इस नई पहल का विचार पिछले 18 महीनों में आई2यू2 नामक एक अन्य मंच पर हुई बातचीत के दौरान आया, जिसमें अमेरिका, इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात और भारत शामिल हैं। मंच की स्थापना 2021 के अंत में मध्य पूर्व में रणनीतिक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर चर्चा करने और क्षेत्र में बीजिंग के बढ़ते प्रभाव के जवाब के रूप में काम करने के लिए की गई थी। इजरायल ने पिछले साल आई2यू2 बैठकों के दौरान रेलवे के माध्यम से इस क्षेत्र को जोड़ने का विचार उठाया था। एक सूत्र ने कहा कि विचार का एक हिस्सा इस तरह की बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर भारत की विशेषज्ञता का उपयोग करना था।
एक्सोइस ने सूत्र का हवाला देते हुए बताया कि बाइडन प्रशासन ने तब सऊदी अरब की भागीदारी को शामिल करने के विचार का विस्तार किया। इससे पहले मई में खबर आई आई थी कि सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात समेत कई खाड़ी देशों में जल्द भारत की बनाई ट्रेन दौड़ सकती है। इस परियोजना को लेकर अमेरिका, भारत, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच एक बैठक भी हुई थी। बताया गया था कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी इसी बैठक का हिस्सा बनने के लिए सऊदी अरब गए थे।