जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज में देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को आमंत्रित किया गया है। चीनी राष्ट्रपति शी जिंनपिंगऔर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे।
जी20 शिखर सम्मेलन के लिए राजधानी दिल्ली को भव्य रूप से सजाया गया है। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले विश्वस्तरीय नेताओं का आगमन शुरू हो गया है। दिल्ली में आयोजित होने वाली जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज में केंद्रीय मंत्रियों के अलावा कुछ पूर्व वरिष्ठ नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।
सूत्रों के अनुसार जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज में देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को आमंत्रित किया गया है। हालांकि, एचडी देवेगौड़ा ने अपनी खराब तबीयत के कारण रात्रिभोज में शामिल होने से इनकार कर दिया है। उन्होंने, एक्स पर पोस्ट कर ये जानकारी दी। देवेगौड़ा ने कहा, ‘माननीय भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू खराब स्वास्थ्य होने की वजह से मैं इस रात्रिभोज में शामिल नहीं हो पाउंगा। इसके बारे में मैंने सरकार से भी बात की। मैं जी20 सम्मेलन की सफलता की प्रर्थना करता हूं।’
सूत्रों के माध्यम से सम्मेलन के रात्रिभोज में सभी मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया है, लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को आमंत्रित नहीं किया गया है। उनके अलावा अन्य किसी भी पार्टी के नेताओं को भी आमंत्रित नहीं किया गया है।
वहीं चीनी राष्ट्रपति शी जिंनपिंगऔर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे। इस सम्मेलन में चीन का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री ली कियांग करेंगे और रूस क तरफ से विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव इस सम्मेलन का हिस्सा होंगे।
इस सम्मेलन में भाग लेने वाले 20 देशों में ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्राजील, ब्रिटेन, कनाडा, चीन, कोरिया गणराज्य, मिस्त्र, यूएई, जर्मनी, स्पेन, इंडोनेशिया, फ्रांस, मैक्सिको, सिंगापुर, तुर्किये, जापान, बांग्लादेश, साउदी अरब और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं। जी20 सम्मेलन में नाइजीरिया, अर्जेंटिना, इटली, अफ्रीका संघ और दक्षिण अफ्रीका को मेहमान सदस्य के तौर आमंत्रित किया गया है।
भारत ने पिछले साल नवंबर में जी20 की अध्यक्षता संभाली थी और इसकी अगली अध्यक्षता अगले साल ब्राजील को सौंपी जाएगी। उसके बाद साल 2025 में साउथ अफ्रीका को अध्यक्षता सौंपी जाएगी।