किर्बी से पूछा गया था कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत की यात्रा के दौरान रूस द्वारा तेल खरीदने के बारे में चर्चा कर सकते हैं? इस पर उन्होंने कहा कि अमेरिका के दृष्टिकोण से हम यह नहीं मानते कि रूस के साथ हमेशा की तरह व्यापार करने का समय है।
भारत समेत हर देश को किसी भी अन्य देश से तेल या लुबरिकेंट (lubricants) खरीदने का अधिकार है। यह बात व्हाइट हाउस के अधिकारी जॉन किर्बी ने बुधवार को कही।
रूस के साथ हमेशा की तरह व्यापार ….
दरअसल, किर्बी से पूछा गया था कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भारत की यात्रा के दौरान वहां के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रूस द्वारा तेल खरीदने के बारे में चर्चा कर सकते हैं? इस पर रणनीतिक संचार के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के समन्वयक किर्बी ने कहा कि जैसा कि मैंने कहा हम सभी देशों को मूल्य सीमा के अनुसार तेल खरीदने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने कहा कि हम भी ऐसा ही करेंगे। हालांकि, अमेरिका के दृष्टिकोण से हम यह नहीं मानते कि रूस के साथ हमेशा की तरह व्यापार करने का समय है।
हम स्पष्ट हैं
उन्होंने कहा कि हर देश को अपने निर्णय स्वयं लेने होते हैं। रूस के साथ आर्थिक अवसरों और व्यापार के मामले में हम कहां आते हैं, इस बारे में हम अपने सभी सहयोगियों और साझेदारों के साथ पूरी तरह से स्पष्ट रहे हैं। इसलिए हर देश को ये निर्णय स्वयं लेना होगा। गौरतलब है, जब से भारत ने कहा कि वह रूस से तेल खरीदेगा, तब से यह दुनिया के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है।
रूस बंद कर युद्ध
वाशिंगटन फॉरेन प्रेस सेंटर में एक प्रेस कॉन्फेंस में किर्बी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इस सप्ताह भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन से अनुपस्थित रहने के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि नेताओं के शिखर सम्मेलन से अनुपस्थित रहने को लेकर उनके बीच किसी योजना की संभावना के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरा रूस को संदेश है कि यूक्रेन छोड़ो, युद्ध बंद करो।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर होगी बात
ब्रीफिंग में एनएससी समन्वयक ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के बीच चर्चा की संभावना के बारे में भी बताया। किर्बी ने कहा कि उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे यूक्रेन में चल रहे युद्ध और उससे निम्न और मध्यम आय वाले देशों पर पड़ने वाले प्रभाव, हानिकारक प्रभाव पर भी चर्चा करेंगे।