इसरो ने लैंडर विक्रम को सोमवार सुबह 8 बजे स्लीप मोड में भेज दिया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने बताया कि इसके उपकरणों द्वारा जमा किए गए डाटा को पृथ्वी पर भेजने के बाद इन्हें भी बंद कर दिया गया।
इसरो ने लैंडर विक्रम को सोमवार सुबह 8 बजे स्लीप मोड में भेज दिया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने बताया कि इसके उपकरणों द्वारा जमा किए गए डाटा को पृथ्वी पर भेजने के बाद इन्हें भी बंद कर दिया गया। हालांकि, लैंडर के रिसीवर को ऑन रखा गया है।इससे पहले चंद्रयान 3 मिशन में लैंडर के साथ भेजे गए रोवर प्रज्ञान को भी 2 सितंबर को पूरी तरह चार्ज करने के बाद स्लीप मोड में भेज दिया गया था। दोनों को आसपास रखा गया है। सौर ऊर्जा खत्म होने और बैटरी पूरी तरह खत्म होने बाद वे गहन निद्रा में चले जाएंगे। इसरो के अनुसार इससे पूर्व विक्रम ने हॉप-टेस्ट में जब अपनी जगह को बदला तो उसके उपकरणों चास्टे, रंभा एलपी और इल्सा ने नई जगह पर भी कुछ और परीक्षण किए। इनका डाटा विक्रम ने पृथ्वी को भेज दिया है। चंद्रमा का एक दिन पृथ्वी के 14 दिन के बराबर होता है। अब वहां रात्रि शुरू हो रही है, जिसकी वजह से सौर ऊर्जा बेहद कम मात्रा में मिल पाती है, इसे देखते हुए उन्हें समय रहते स्लीप मोड में भेज दिया गया है।