प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रीस के पीएम की पत्नी मरेबा ग्रेबोवस्की को मेघालय का बना शॉल उपहार में दिया। मेघालय शॉल मूल रूप से खासी और जयंतिया राजघराने के लिए बुने जाते थे। ये शॉल उनकी हैसियत और शक्ति का प्रतीक माने जाते थे, जो औपचारिक अवसरों और त्योहारों पर पहने जाते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ग्रीस यात्रा के दौरान वहां के प्रमुख नेताओं को भारतीय शिल्पकाल के उपहार भेंट किए। पीएम मोदी ने ग्रीस के प्रधानमंत्री क्यारीकोस मित्सोटाकिस, उनकी पत्नी मारेवा ग्रैबोव्स्की और ग्रीस की राष्ट्रपति कतेरीना सकेलारोपोलू को छत्तीसगढ़ की ढोकरा कला, मेघालय की शॉल और तेलंगाना की बीदरी कला की फूलदान गिफ्ट की।
अनोखी और अद्भुत कला
ढोकरा कला, छत्तीसगढ़ की सबसे प्रसिद्ध कला है और एक अद्वितीय प्रकार की धातु की ढलाई है, जिसकी घरेलू और विदेशी बाजारों में बड़ी मांग है। झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के आदिवासियों में भी यह कला प्रसिद्ध है। ढोकरा कला हस्तकला उत्पाद आधारित हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रीस के पीएम की पत्नी मरेबा ग्रेबोवस्की को मेघालय का बना शॉल उपहार में दिया। मेघालय शॉल के साथ एक समृद्ध इतिहास और सदियों पुरानी शाही वंशावली की परंपरा जुड़ी हुई है। मेघालय शॉल मूल रूप से खासी और जयंतिया राजघराने के लिए बुने जाते थे। ये शॉल उनकी हैसियत और शक्ति का प्रतीक माने जाते थे, जो औपचारिक ‘अवसरों और त्योहारों पर पहने जाते थे।
इनकी खासियत यह है कि इनकी डिजाइन में प्रतीकों का सहारा लिया जाता है। मेघालय के शॉल काफी नरम व गर्माहट के लिए प्रसिद्ध है। ताकत और शक्ति के प्रतीक के तौर पर शॉल पर बाघ और हाथी के चित्र बनाए जाते हैं, जबकि शॉल पर बने फूलों के पैटर्न सुंदरता और कृपा को दर्शाते हैं।
वहीं, पीएम मोदी ने ग्रीस की राष्ट्रपति कतेरीना को तेलंगाना की प्रसिद्ध बीदरी कला की फूलदान जोड़ी गिफ्ट की।