राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज भारतीय नौसेना के लिए निर्मित स्वदेशी युद्धपोत विंध्यगिरि का जलावतरण करेंगी। साथ ही कोलकाता स्थित राजभवन में ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के तहत ‘मेरा बंगाल, नशा मुक्त बंगाल’ अभियान का शुभारंभ करेंगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज एक दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचेंगी। इस दौरान वह रक्षा पीएसयू गार्डनरीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लि. (जीआरएसइ) द्वारा भारतीय नौसेना के लिए निर्मित स्वदेशी युद्धपोत विंध्यगिरि का जलावतरण करेंगी। नौसेना में इस युद्धपोत के शामिल होने से उसकी ताकत में काफी इजाफा होगा। केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया पहल के तहत पूर्णत: स्वदेशी तकनीक से इस अत्याधुनिक युद्धपोत का निर्माण किया गया है।
विंध्यागिरी के बारे में जानिए
- विंध्यागिरी पोत का नाम कर्नाटक में पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया है
- यह प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट का छठा पोत है
- पुराने विंध्यागिरी ने 31 साल की सेवा के दौरान कई बहुराष्ट्रीय अभ्यासों में हिस्सा लिया था
- प्रोजेक्ट 17ए कार्यक्रम के तहत माझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) चार और जीआरएसई तीन पोत निर्माणाधीन
- परियोजना के पहले पांच पोतों का 2019-2022 के बीच अनावरण किया गया था
- प्रोजेक्ट 17ए पोत को भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो ने देश में ही डिजाइन किया है
- प्रोजेक्ट 17ए पोतों के उपकरणों और प्रणालियों के लिए 75 प्रतिशत ऑर्डर स्वदेशी कंपनियों से पूर्ण किए गए हैं
‘मेरा बंगाल, नशा मुक्त बंगाल’ अभियान का शुभारंभ
इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू कोलकाता स्थित राजभवन में ब्रह्माकुमारीज द्वारा आयोजित ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के तहत ‘मेरा बंगाल, नशा मुक्त बंगाल’ अभियान का शुभारंभ करेंगी। बता दें, राष्ट्रपति ने इस साल मार्च में पश्चिम बंगाल का दौरा किया था। राष्ट्रपति के आगमन के बाद उन्हें कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया था।