मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डेढ़ साल पहले सात मार्च 2022 को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के दो अधिकारियों और अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत के बीच बैठक आयोजित हुई थी, जिस पर काफी विवाद हुआ था। बैठक के खुलासे होने के एक महीने बाद ही संसद में इमरान खान अविश्वास मत हार गए और उनकी सरकार गिर गई।
पाकिस्तान की सत्ता से इमरान खान की बेदखली को लेकर अमेरिकी मीडिया ने एक बड़ा दावा किया है। अमेरिकी मीडिया कुछ पाकिस्तानी दस्तावेजों के हवाले से कहा कि रूस-यूक्रेन विवाद में तटस्थता के कारण अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए प्रोत्साहित किया।
बैठक के एक महीने बाद ही गिरी सरकार
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डेढ़ साल पहले सात मार्च 2022 को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के दो अधिकारियों और अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत के बीच बैठक आयोजित हुई थी, जिस पर काफी विवाद हुआ था। बैठक गहन जांच और अटकलों का विषय रही थी। अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठक के खुलासे होने के एक महीने बाद ही संसद में इमरान खान अविश्वास मत हार गए और उनकी सरकार गिर गई।
इमरान पहले ही जता चुके हैं विदेशी साजिश का अंदेशा
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने में पाकिस्तानी सेना का हाथ माना जा रहा है। बता दें, इमरान खान ने अपनी सरकार खोने को विदेशी साजिश बताया था। खान ने उस वक्त राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि एक विदेशी राष्ट्र ने हमें (पाकिस्तान) संदेश भेजा कि इमरान खान को हटाना होगा, अन्यथा पाकिस्तान को परिणाम भुगतना होगा। 27 मार्च को भी इमरान खान ने एक रैली में कहा था कि उन्हें हटाने के लिए एक विदेशी साजिश चल रही थी।
पढ़िए, अमेरिकी मीडिया ने क्या कहा
अमेरिकी मीडिया ने दावा किया कि पाकिस्तानी केबल जिसे साइफर कहा जाता है, वह बैठक के बाद राजदूत ने तैयार किया और पाकिस्तान भेजा था। साइफर में इमरान खान के खिलाफ बातें थीं। उसमें लिखा था कि अगर इमरान खान को प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया जाता है तो इस्लामाबाद और वाशिंगटन में मधुर संबंध होंगे। यदि खान को हटाया नहीं गया तो परिणामों के लिए तैयार रहें। पाकिस्तानी सेना के एक सूत्र ने अमेरिकी मीडिया को सीक्रेट दस्तावेज पहुंचाए, जिसमें बैठक का सिलसिलेवार तरीके से जिक्र किया गया था। पूरा विवाद इमरान खान की विदेश नीति को लेकर हुआ, रूस-यूक्रेन विवाद पर इमरान खान का रूख वाशिंगटन को पसंद नहीं आया, जिस वजह से उनकी सरकार गई।