शाह ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाने से पार्टियों और गठबंधनों के चरित्र उजागर होते हैं। हम सिद्धांतों की राजनीति को स्थापित करने के लिए राजनीति में हैं, येन-केन-प्रकारेण सत्ता बचाने के लिए नहीं। विपक्षी दल न किसान हितैषी हैं, न गरीब हितैषी हैं और न ही पिछड़ा हितैषी हैं, इनको अपने परिवार के सिवा किसी की चिंता नहीं है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो टूक शब्दों में कहा है कि कश्मीर के मामले में सरकार न तो पाकिस्तान से और न ही हुर्रियत या जमीयत जैसे अलगावादी संगठनों से बात करेगी। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में शिरकत करते हुए शाह ने कहा कि जरूरत पड़ेगी तो सरकार कश्मीर घाटी के युवाओं से बात करेगी। कश्मीर में आए बदलाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कभी अनुच्छेद 370 हटाने पर खून की नदियां बहाने की धमकी देने वाले अब कंकड़ फेंकने तक की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे।
शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 देश के लिए एक नासूर था। यह नासूर देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू के कारण पैदा हुआ था। कांग्रेस और दो परिवारों (अब्दुल्ला- मुफ्ती) परिवारों ने कश्मीर को तबाह कर दिया। अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू-कश्मीर में न तो महिला, ओबीसी, एससी-एसटी आयोग था और न ही देश के दूसरे हिस्से की तरह इस राज्य में वंचित समाज के लिए आरक्षण लागू था। गृह मंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद राज्य में कई सकारात्मक बदलाव हुए हैं। पहली बार राज्य को चुने हुए सरपंच मिले हैं। अब आतंकवादियों की मौत पर जनाजा नहीं निकलता, क्योंकि अब जहां आतंकी मारा जाता है, उसे वहीं दफनाया जाता है। तीन दशक के बाद वहां थियेटर शुरू हुए।
प्रस्ताव से गठबंधन का चरित्र उजागर
शाह ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाने से पार्टियों और गठबंधनों के चरित्र उजागर होते हैं। हम सिद्धांतों की राजनीति को स्थापित करने के लिए राजनीति में हैं, येन-केन-प्रकारेण सत्ता बचाने के लिए नहीं। विपक्षी दल न किसान हितैषी हैं, न गरीब हितैषी हैं और न ही पिछड़ा हितैषी हैं, इनको अपने परिवार के सिवा किसी की चिंता नहीं है।
पीएम ने भ्रष्टाचार भारत छोड़ो का नारा दिया
शाह ने कहा कि 9 अगस्त, 1942 को महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया था। अब प्रधानमंत्री मोदी ने नारा दिया है, भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, वंशवाद भारत छोड़ो और तुष्टीकरण भारत छोड़ो। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी के 9 सालों में 50 से अधिक फैसले हैं जो युगांतरकारी फैसले हैं, जिन्हें इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।
पीएम ने लोगों के जीवन में आशा का संचार किया
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की 60 करोड़ जनता के जीवन में नई आशा का संचार किया है। दुनियाभर के कई सर्वेक्षण कहते हैं कि आजादी के बाद से अब तक नरेंद्र मोदी देश के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं। बिना कोई छुट्टी लिए और 24 में से 17 घंटे काम करने वाला और देश के हर राज्य में सबसे अधिक किलोमीटर और सबसे अधिक दिन प्रवास करने वाला कोई प्रधानमंत्री है तो वो नरेंद्र मोदी हैं।
पीएम मोदी दीनमित्र
शाह ने कहा कि पहले विपक्षी पार्टी गरीबी हटाओ के झूठे नारे से सिर्फ वोट लेकर सत्ता प्राप्त करती रही पर इसके लिए कुछ नहीं किया, लोगों के जीवन से गरीबी दूर करने का काम पीएम मोदी ने किया है, इसलिए मोदी को ‘दीनमित्र’ की संज्ञा देना उपयुक्त है।