अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शनिवार सुबह कार्ते परवान गुरुद्वारा साहिब पर भीषण हमला हुआ है। गुरुद्वारा के गेट के सामने व्यस्त सड़क पर कम से कम दो विस्फोट हुए। इन धमाकों में कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। भारत ने इस पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा-‘हमने स्थानीय समयानुसार सुबह करीब छह बजे भयावह विस्फोट की आवाज सुनी। इसके आधा घंटे बाद दूसरा विस्फोट हुआ। कुछ देरबाद पहुंचे तालिबान सैनिकों ने पूरी जगह को सील कर दिया।’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान सैनिकों के पहुंचने के बाद खून से लथपथ तीन लोग गुरुद्वारा साहिब से बाहर आए। इनमें से दो लोगों को अस्पताल भेजा गया। दहशतगर्दों के हमले में गुरुद्वारा के गार्ड की मौत हो गई। तीन तालिबान सैनिक भी घायल हुए हैं। दो हमलावरों को तालिबान सैनिकों ने घेर लिया है। माना जा रहा है कि सात-आठ लोग अभी भी अंदर फंसे हुए हैं।
इस बीच नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा- ‘हम काबुल में एक पवित्र गुरुद्वारे पर हमले की खबरों से बहुत चिंतित हैं।’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा- ‘हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और आगे की घटनाओं के बारे में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’
काबुल में हुए इस विस्फोट पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनिंदर जीत सिंह सिरसा ने ट्वीट किया है। सिरसा के मुताबिक कार्ते परवान गुरुद्वारा साहिब पर आज सुबह श्री गुरुग्रंथ साहिब जी का प्रकाश करते समय दहशतगर्दों ने हमला किया है। इस समय गुरुद्वारा साहिब दहशतगर्दों के कब्जे में है। गुरुद्वारा साहिब के प्रेसिडेंट से उनकी लगातार बात हो रही है।
उल्लेखनीय है कि तालिबान की हुकूमत आने के बाद से अफगानिस्तान में आए दिन बम विस्फोट होते रहते हैं। एक हफ्ते के अंदर काबुल में तीन धमाके हो चुके हैं।