आईसीएमआर के पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिकों ने बीते तीन साल में दूसरी बार निपाह वायरस को लेकर राष्ट्रीय सीरो सर्वे पूरा किया है जिसमें 10 राज्यों के चमगादड़ों में वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी मिली हैं। इनमें दो केंद्र शासित राज्य भी शामिल हैं।
कुछ ही वर्ष में निपाह वायरस का संक्रमण देश के दक्षिण से अब उत्तर और पूर्वोत्तर राज्यों तक पहुंच रहा है। भारतीय वैज्ञानिक दक्षिणी राज्यों को निपाह वायरस की पट्टी मानते हैं लेकिन हाल ही में सामने आए सीरो सर्वे में पता चला है कि वायरस दूसरे राज्यों तक पहुंच रहा है।भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के वैज्ञानिकों ने बीते तीन साल में दूसरी बार निपाह वायरस को लेकर राष्ट्रीय सीरो सर्वे पूरा किया है जिसमें 10 राज्यों के चमगादड़ों में वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी मिली हैं। इनमें दो केंद्र शासित राज्य भी शामिल हैं।
एनआईवी की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. प्रज्ञा यादव ने बताया कि किसी भी वायरस की मौजूदगी का पता लगाने का विकल्प एंटीबॉडी जांच है। चूंकि निपाह वायरस का स्रोत चमगादड़ों से जुड़ा है। इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर चमगादड़ों के नमूने लेकर सीरो सर्वे किया गया। जिन नए राज्यों की चमगादड़ों में एंटीबॉडी मिले हैं उनमें गोवा, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय शामिल है। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और पुडुचेरी में पहले भी एंटीबॉडी मिली हैं।