राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, जून में चीन की खुदरा बिक्री मई में 12.7 प्रतिशत की वृद्धि से गिरकर 3.1 प्रतिशत हो गई है। वहीं, नेपाली मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार कम खुदरा बिक्री, गिरते निर्यात ऑर्डर और धीमी औद्योगिक उत्पादन, चीन की रुकी हुई आर्थिक सुधार का संकेत देते हैं।
कोरोना महामारी के बाद से लगातार चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती दिख रही है। ड्रैगन के खुदरा बिक्री और निर्यात में भारी गिरावट आई है। चीन के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर मई के 3.5 फीसदी से बढ़कर जून में 4.4 फीसदी हो गई, लेकिन मांग धीमी है। इस वर्ष जून में चीन का निर्यात बीते तीन वर्षों में सबसे कम था।राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, जून में चीन की खुदरा बिक्री मई में 12.7 प्रतिशत की वृद्धि से गिरकर 3.1 प्रतिशत हो गई है। वहीं, नेपाली मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार कम खुदरा बिक्री, गिरते निर्यात ऑर्डर और धीमी औद्योगिक उत्पादन, चीन की रुकी हुई आर्थिक सुधार का संकेत देते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन का इक्विटी बाजार इस साल अन्य वैश्विक बाजारों की तुलना में खराब प्रदर्शन कर रहा है। इससे पता चलता है कि कमजोर विकास की संभावनाएं और नीतिगत प्रोत्साहन की कमी पहले ही पूरी कीमत चुका चुकी है। जनवरी के अंत में चीनी शेयर अपने चरम से 20 प्रतिशत से अधिक गिर गए हैं।
2023 की पहली छमाही के आईपीओ में भी आई गिरावट
2023 की पहली छमाही में चीन के आईपीओ आवेदनों में एक तिहाई की गिरावट आई। हाल ही में चीनी नागरिकों की छुट्टियों का खर्च भी कम रिकॉर्ड किया गया। त्योहारी उत्सव के बावजूद कार की बिक्री और आवासीय अचल संपत्ति की बिक्री में गिरावट आई है।
निजी अचल संपत्ति निवेश में आई कमी
भले ही 2023 के पहले छह महीनों में राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों द्वारा निवेश में 8.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। लेकिन निजी अचल संपत्ति निवेश में 0.2 प्रतिशत की कमी आई। जो कि कमजोर निजी व्यापार को दर्शाता है।
इसलिए भी है संकट
विशेषज्ञों का मानना है कि कमजोर मुद्रा से बढ़ने वाली अनिश्चचतताओं के चलते निवेशक दूर होने लगते हैं और फाइनेंशियल मार्केट में भी अनिश्चितता का माहौल बढ़ जाता है। इन वजहों से केंद्रीय बैंक के लिए इकोनॉमी में पैसा डालना भी मुश्किल हो जाता है।