पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, पहले पाकिस्तानी नागरिक 35 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते थे। मतलब 35 देशों में पाकिस्तानियों को ऑन-अराइवल वीजा सुविधाएं उपलब्ध थी। हालांकि, नई रिपोर्ट के बाद, ऑन-अराइवल वीजा की सुविधा घटकर 33 देशों तक सिमट कर रह गई है।
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स ने सबसे ताकतवार पासपोर्ट की नई रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में सिंगापुर ने इस बार जापान को पछाड़ कर एक नंबर पर आ गया है। सूची के अनुसार, भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान का वीजा दुनिया का चौथा सबसे कमजोर पासपोर्ट है
पाकिस्तान को पहले से नुकसान
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, पहले पाकिस्तानी नागरिक 35 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते थे। मतलब 35 देशों में पाकिस्तानियों को ऑन-अराइवल वीजा सुविधाएं उपलब्ध थी। हालांकि, नई रिपोर्ट के बाद, ऑन-अराइवल वीजा की सुविधा घटकर 33 देशों तक सिमट कर रह गई है। पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान (27 देशों) , इराक (29 देशों) और सीरिया (30 देशों) में ऑन-अराइवल वीजा की सुविधा उपलब्ध है। वहीं, सिंगापुर की जनता के 193 देशों में ऑन-अराइवल वीजा की सुविधा उपलब्ध है।
भारत की रैंकिंग में पहले से काफी ज्यादा सुधार
सूची के अनुसार, भारतीय पासपोर्ट को 103 देशों की लिस्ट में 80वें स्थान पर रखा गया है। इसी के साथ भारत की रैंकिग में इस साल सुधार हुआ है। भारत ने इस साल पांच अंकों का सुधार दर्ज किया है। इंडेक्स के नवीनतम रैंकिंग में भारत, टोगो और सेनेगल को 80वें स्थान पर रखा गया है। भारत, टोगो और सेनेगल के पासपोर्ट धारकों को 57 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल की अनुमति है।
जापान के साथ-साथ अमेरिका की स्थिति में भी गिरावट
लंदन स्थित आव्रजन कंसल्टेंसी हेनले एंड पार्टनर्स की ओर से प्रकाशित रैंकिंग के अनुसार, शीर्ष पर पांच साल रहने के बाद जापान तीसरे स्थान पर आ गया है, क्योंकि वीजा के बिना उसके पासपोर्ट तक पहुंचने वाले गंतव्यों की संख्या में गिरावट आई है। करीब एक दशक पहले रैंकिंग में शीर्ष पर रहने वाला अमेरिका दो पायदान फिसलकर आठवें स्थान पर आ गया है। ब्रेक्सिट के कारण मंदी के बाद ब्रिटेन दो पायदान की छलांग लगाकर चौथे स्थान पर पहुंच गया है।