विपक्ष की बैठक में शामिल हुए दलों की 11 राज्यों में सरकार है। इनमें से कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की अकेली, जबकि बिहार, तमिलनाडु, झारखंड में जदयू-राजद, डीएमके और झामुमो के साथ गठबंधन सरकारें हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल में तृणमूल, जबकि दिल्ली और पंजाब में आप की सरकारें हैं। साथ ही केरल भी इसमें शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष का चेहरा कौन होगा, इस सवाल को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भले ही टाल दिया हो, लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बारे में खुला संकेत दिया। संयुक्त प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा, राहुल गांधी हमारे पंसदीदा नेता हैं। हालांकि, इस बारे में आधिकारिक रूप से कोई घोषणा नहीं की गई।प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, लड़ाई एनडीए और इंडिया, मोदी और इंडिया, उनकी विचारधारा और इंडिया के बीच है। हम जानते हैं कि जो भी इंडिया के खिलाफ खड़ा होता है उसका क्या होता है, कौन जीतता है। राहुल ने कहा, बैठक में हमने एक कार्ययोजना बनाने का फैसला लिया है, जिसमें विचारधारा और कार्यक्रमों पर चर्चा की जाएगी। हमारी लड़ाई भाजपा की विचारधारा और उनकी सोच के खिलाफ है, वे देश पर हमला कर रहे हैं।
ममता ने सुझाया नाम, राहुल ने जताई सहमति
इंडिया का सुझाव ममता ने रखा और राहुल ने सहमति जताई। बैठक में इंडिया के अलावा इंडियाज मेन फ्रंट, इंडियन पीपुल्स फ्रंट, इंडियन प्रोग्रेसिव फ्रंट, इंडियन पॉपुलर फ्रंट और वी फॉर इंडिया जैसे नामों पर भी विचार किया गया। वी फॉर इंडिया का सुझाव माकपा नेता सीताराम येचुरी जबकि नीतीश कुमार ने इंडियाज मेन फ्रंट का सुझाव दिया था। बताया जाता है कि बैठक में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद का जोर इस बात पर था कि गठबंधन के संयोजक की घोषणा आज ही हो जाएगा। ऐसा नहीं होने पर दोनों थोड़े नाराज भी दिखे।