कांग्रेस द्वारा प्रकाश राठौड़ को आदिलाबाद के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) का पर्यवेक्षक नामित किया गया है, जबकि प्रसाद अब्बय्या हैदराबाद की देखरेख करेंगे। वहीं, मोहन कुमारमंगलम महबूबनगर निर्वाचन क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई।
तेलंगाना में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस अभी से चुनावों की तैयारी में जुट गई है। इसी क्रम में देश की सबसे पुरानी पार्टी ने शुक्रवार को अपनी तेलंगाना यूनिट के लिए अभियान समिति गठित की। इस समिति के अध्यक्ष पूर्व सांसद मधु यक्षी गौड़ हैं। पार्टी ने विधानसभा चुनावों के लिए लोकसभा-वार पर्यवेक्षकों की भी नियुक्ति की है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने 17 पर्यवेक्षकों को नामित किया है, जो उन्हें सौंपे गए लोकसभा क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों पर ध्यान देंगे।
इन नेताओं को मिली जिम्मेदारी
बता दें कि प्रकाश राठौड़ को आदिलाबाद के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) का पर्यवेक्षक नामित किया गया है, जबकि प्रसाद अब्बय्या हैदराबाद की देखरेख करेंगे। वहीं, मोहन कुमारमंगलम महबूबनगर निर्वाचन क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई। बीएम नागराज निजामाबाद पर ध्यान देंगे। रवींद्र उत्तमराव दलवी को वारंगल सौंपा गया है। इसके अलावा पार्टी ने चुनावों की अभियान समिति की भी घोषणा कर दी है। गौड़ को अभियान समिति का अध्यक्ष, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी को सह-अध्यक्ष और सैयद अजमत उल्लाह हुसैनी को संयोजक बनाया गया है।
37 सदस्यीय कार्यकारी समिति
बता दें कि पैनल में 37 सदस्यीय कार्यकारी समिति होगी, जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, कांग्रेस विधायक दल के नेता, विधान परिषद में विपक्ष के नेता, कार्यकारी अध्यक्ष, सांसद, विधायक, एमएलसी, पूर्व सांसद, विधायक और एमएलसी, राज्य प्रमुख और राष्ट्रीय शामिल होंगे।
चुनावों के लिए रणनीति
इसके अलावा फ्रंटल संगठनों, विभागों के पदाधिकारियों और जिला कांग्रेस कमेटी के प्रमुखों को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। बता दें कि पिछले महीने खड़गे ने राज्य चुनावों की रणनीति तय करने के लिए तेलंगाना इकाई के नेताओं के साथ हुई एक बैठक की अध्यक्षता की थी।
दिसंबर में खत्म होगा विधानसभा का कार्यकाल
गौरतलब है कि तेलंगाना में चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (पूर्व में तेलंगाना राष्ट्र समिति) ने दिसंबर 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल किया था। ऐसे में कांग्रेस पार्टी को सत्ता से हटाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। बता दें कि 119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त होगा।